आम लोगों के साथ ही प्रतिष्ठित एवं समृद्ध व्यक्तियों को भी मां श्यामा से जुड़ने का एक माध्यम है भंडारा- प्रो जयशंकर झा।

भंडारा में सहयोग मां श्यामा के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने का एक माध्यम, जिससे मिलती है प्रसन्नता एवं आत्मसंतुष्टि- डॉ अंजू नारायण।

मां श्यामा मंदिर परिसर में भंडारा- महाप्रसाद का आयोजन सामाजिक समरसता एवं भक्तों को आपस में जोड़ने का सशक्त माध्यम- डॉ संतोष पासवान।

#MNN@24X7 दरभंगा, बिहार प्रांत की सांस्कृतिक राजधानी तथा मेधा की उर्वरा भूमि दरभंगा स्थित मां श्यामा मंदिर में आयोजित होने वाले साप्ताहिक भजन एवं भंडारे में आर्थिक सहयोग प्रदान करने हेतु श्रद्धालु स्वत: प्रेरित होकर आगे आ रहे हैं। इस कड़ी में स्थानीय बेलादुल्ला, वार्ड नंबर- 3 निवासी तथा प्लस टू हाई स्कूल, कोयलास्थान, दरभंगा की विज्ञान- शिक्षिका डॉ अंजू नारायण के सौजन्य से रविवारीय भजन एवं भंडारा- महाप्रसाद का आयोजन किया गया। ज्ञातव्य है कि डॉ अंजू का चयन हाल ही में बीपीएससी, पटना द्वारा प्रधानाध्यापक तथा बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग, पटना द्वारा रसायनशास्त्र के सहायक प्राध्यापक पद के लिए हुआ है। आपनी प्रसन्नता एवं आत्मगौरव को सामूहिक रूप से साझा व्यक्त करने हेतु उन्हें साप्ताहिक श्यामा- भंडारे के आयोजन को सर्वोत्तम माध्यम माना।

इस अवसर पर मां श्यामा मंदिर न्यास समिति के उपाध्यक्ष प्रो जयशंकर झा तथा न्यास समिति के सदस्य डा संतोष पासवान ने संयुक्त रूप से फूल- माला, श्यामा भोग प्रसाद, मां की चुनरी व साड़ी, श्यामा संदेश स्मारिका आदि से डॉ अंजू नारायण तथा उनके पति डॉ आर एन चौरसिया का स्वागत- सम्मान किया। वहीं श्यामा नामधुन नवाह में विशिष्ट योगदान के लिए प्रो उदय शंकर मिश्र का सम्मान प्रो विनोदानंद झा तथा दास संतोष पासवान ने किया।

इस अवसर पर रेड क्रॉस के राज्य प्रतिनिधि डॉ आर बी खेतान, डॉ मोना शर्मा, डॉ शैलेन्द्र लाल दास, डॉ कृष्ण कुमार अग्रवाल, विनोदानंद झा, उज्ज्वल कुमार, डॉ आनंद मोहन झा, आदित्य नाथ झा, प्रधानाध्यापक डॉ मनोज कुमार, डॉ सुमन कुमारी, हरिवंश कुमार चौधरी, चंदन कुमार, अखिलेश सिंह, जितेन्द्र कुमार, कल्पना पाठक, संतोष मिश्रा, रश्मि लता, अन्नु कुमारी, नितिन कुमार, तन्नु श्रीवास्तव, स्वाति कुमारी, दिव्या कुमारी, सुमित कुमार पांडे, राधा रमण झा, असीम कुमार शंभू, विपिन कुमार राय, प्रणव नारायण, राजेन्द्र कामती सहित ढाई सौ से अधिक व्यक्ति उपस्थित थे।

मौके पर आयोजित भजन- संध्या में रोहित झा ने ‘मैया कतो सुतल छी…, अमित कुमार झा ने मां का भजन, बाल कलाकार हंसराज तथा चिन्मय झा ने भी मनमोहन भजन एवं गायन प्रस्तुत किया, जिन्हें मंच द्वारा सम्मानित किया गया तथा श्रोताओं द्वारा खूब तालियां मिली।

प्रो जयशंकर झा ने कहा कि भंडारा आयोजन आम लोगों के साथ ही प्रतिष्ठित एवं समृद्ध व्यक्तियों को भी मां श्यामा से जुड़ने का एक माध्यम बनता जा रहा है। यह हमारी संस्कृति एवं धार्मिक परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य सामाजिक एकता को बढ़ावा देना है। डॉ अंजू नारायण ने कहा कि भंडारा में सहयोग करना मां श्यामा के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने का एक माध्यम है, जिससे अत्यधिक प्रसन्नता एवं परम आत्मसंतुष्टि मिलती है। यह युवा पीढ़ी को दान एवं सेवा के महत्व को सीखने का एक तरीका भी है।

मां श्यामा न्यास समिति के सदस्य डॉ संतोष पासवान ने कहा कि मंदिर परिसर में भंडारा- महाप्रसाद का आयोजन सामाजिक समरसता एवं भक्तों को आपस में जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है, क्योंकि इसमें गरीब- अमीर, शिक्षित- अशिक्षित के साथ ही विभिन्न वर्ग- जातियों के लोगों को एक साथ बैठकर भोजन करने का सुअवसर मिलता है जो भोजन के आनंद तथा सामुदायिक भावना को बढ़ता है। वहीं डॉ आर एन चौरसिया ने बताया कि अगले जनवरी मध्य तक होने वाले सभी साप्ताहिक भंडारों में आर्थिक सहयोग करने वाले श्रद्धालु स्वयं ही संपर्क कर अपनी इच्छा व्यक्त किये हैं।