भाकपा माले की 5 सदस्यीय टीम ने सरसौना सीमेंट फैक्ट्री दुर्घटना में मजदूर की मौत के बाद हंगामा, पुलिस लाठीचार्ज एवं पथराव की घटना की जांच की।
सरसौना स्थित डियूराटन सीमेंट फैक्ट्री में मजदूर की मौत नहीं बल्कि घटना को दबाने की कोशिश ने जनाक्रोश भड़का दिया-माले।
हंगामा कर रहे लोगों को विडियो बनाकर एफआईआर करने की बात कहते ही भीड़ में घुसे असामाजिक तत्व पुलिस पर करने लगे पथराव– माले।
#MNN@24X7 ताजपुर/समस्तीपुर 14 दिसंबर, सरसौना स्थित ड्यूराटन सीमेंट फैक्ट्री में 12 दिसंबर की रात्री झारखंड के पलामू जिले के चेचनिया कलां निवासी भोला राम के 22 वर्षीय पुत्र सूर्यकांत कुमार की मौत नहीं बल्कि घटना को दबाने की सेफ्टी मैनेजर आदित्य कुमार झा की मंशा ने जनाक्रोश भड़का दिया। इसके बाद फेक्ट्री में हंगामा, तोड़फोड़, पुलिसिया लाठीचार्ज एवं पुलिस पर पथराव की घटना घटी। पुलिस दोषी मैनेजर पर कारवाई के बदले निर्दोष ग्रामीणों को धर-पकड़ कर रही है। यह अन्याय है और इसके खिलाफ भाकपा माले सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी। उक्त आशय की जानकारी भाकपा माले के 5 सदस्यीय जांच टीम के सदस्य आसिफ होदा, ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह, मो० क्यूम, प्रभात रंजन गुप्ता के समक्ष नेतृत्वकर्ता प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने घटना स्थल एवं आसपास के क्षेत्रों में ग्रामीणों से बातचीत कर घटना की जांच के बाद दी।
उन्होंने बताया कि सरसौना स्थित सीमेंट फैक्ट्री में 12 दिसंबर की रात्री ट्रक को बैक करवाने में एक मजदूर की मौत ट्रक एवं दीवार के बीच दबने से हो गई। मजदूरों के कहने पर मैनेजर मृतक के चचेरे भाई नागेंद्र कुमार समेत एक अन्य मजदूर उसे ईलाज के लिए अस्पताल ले गया जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मैनेजर ने नागेंद्र को ले-देकर मामला रफा-दफा करने का दबाव बनाया लेकिन नागेंद्र ने मैनेजर को शव को फेक्ट्री ले चलने के लिए कहा और बोला कि मृतक के पिताजी को फोन कर दिए हैं, उनके आने पर आगे की बात होगी। मैनेजर ने शव लदा वाहन को फेक्ट्री के नाम पर लेकर चला। शक होने पर नागेंद्र ने पर पूछा कि कहां ले जा रहे हैं, हम नहीं जाएंगे इस पर मैनेजर ने नागेंद्र को पिटने लगा। रोने-चिल्लाने की आवाज सुनकर कुछ लोग इकट्ठा हो गये, विडियो बना लिया और बताया कि यह वैशाली जिला के डभैत है। जुटे लोगों ने शव को लेकर फेक्ट्री पहुंचे। खबर फैलते ही बड़ी संख्या में लोग फैक्ट्री पहुंच गये। हंगामा शुरू हो गया। पुलिस भी पहुंच गई। किसी पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों पर एफआईआर करने के लिए विडियो बनाने को कहा। यह सुनते ही लोगों ने पुलिस का विरोध किया। पुलिस ने भयंकर लाठीचार्ज किया। भीड़ में घूसे असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया। इसमें दर्जनों ग्रामीणों को चोटें आई साथ ही बंगरा थानाध्यक्ष मनीषा कुमारी समेत कई पुलिस कर्मी भी घायल हो गये। कई थानों की पुलिस बुलाकर मामले को शांत किया गया।
उन्होंने आगे कहा कि रात्री में बंगरा पुलिस ने आधे दर्जन से अधिक लोगों को मुर्गियाचक, बहादुरनगर, नूराचक आदि जगहों से गिरफ्तार किया है। इस दौरान घर में सोये लड्डूलाल सिंह, ममता देवी आदि की पिटाई की है। कई मुहल्लों के लोग पुलिस के डर से घर छोड़कर भागे हुए हैं।
भाकपा माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने जांच का हवाला देते हुए बताया कि उक्त फेक्ट्री में आधे दर्जन से अधिक मौत होने एवं शव को छुपाकर फेंके देने की चर्चा है। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर को 2023 को मुजफ्फरपुर के मनियारी निवासी ट्रक चालक मो० यूसूफ की मौत हुई थी। सेफ्टी मैनेजर को हटाने एवं 6 लाख रूपये मुआवजा देने पर पुलिस की उपस्थिति में सहमति बनी थी लेकिन बाद में न मैनेजर हटा और न ही मुआवज की राशि मिली। चर्चा है कि सेफ्टी मैनेजर आदित्य कुमार झा जेनरल मैनेजर एवं मालिक को चूना लगाकर सरसौना में जमीन, मकान एवं अकूत संपत्ति का मालिक बन बैठा है, वह बाउंसर भी रखता है।
भाकपा माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने शव को छुपाने वाले सेफ्टी मैनेजर आदित्य कुमार झा पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार करने एवं फेक्ट्री से हटाने, मृतक के परिजनों को 10 लाख रूपये में प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि की उपस्थिति में परिजन को देने, घटना में गिरफ्तार निर्दोष लोगों को रिहा करने, निर्दोष लोगों को पुलिस द्वारा मारपीट करने एवं गिरफ्तार करने पर रोक लगाने,फैक्ट्री में कार्यरत सभी कर्मी की सूची सार्वजनिक करने आदि की मांग की है।