• योग, स्वास्थ्य और स्वच्छता पर विशेषज्ञों का व्याख्यान।
• पर्यावरण मंच की सहभागिता
• प्रभात फेरी में पर्यावरण संरक्षण और संस्कृत की महत्ता पर लगाए नारे।
#MNN@24X7 दरभंगा कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर इकाई राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के सप्त-दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना के साथ पर्यावरण मंच के संयुक्त होने से सफलतापूर्वक हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की प्रोफेसर रेणुका सिंह ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में संस्कृत भारती के प्रांत संगठन मंत्री और एम.डी, श्रवण कुमार ने अपनी उपस्थिति से सत्र को गरिमा प्रदान की।
दिन की शुरुआत प्रभात फेरी से हुई, जिसमें “लोक हितं मम करणीयं” जैसे गीत गाते हुए प्रतिभागियों ने जन-जागरण का प्रयास किया। इस दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुधीर कुमार झा, दर्शन विभाग के सहायक आचार्य सह पर्यावरण मंच के संयोजक डॉ. धीरज कुमार पांडेय, संस्कृत भारती के कार्यकर्ता अमित कुमार झा, डॉ. साधना शर्मा और अन्य स्वयंसेवकों ने भाग लिया। पर्यावरण मंच भी ने भी इसमें सहभागिता की और ” आपः शांति, द्यौ: शांति, अंतरिक्ष शांति औषधय: शांति: ” जैसे नारे लगाए, जिससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
प्रथम बौद्धिक सत्र में श्रवण कुमार ने “योग एवं स्वास्थ्य” विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने संस्कृत और योग के आपसी संबंध को रेखांकित करते हुए बताया कि संस्कृत उच्चारण के दौरान प्राणायाम और ध्यान स्वतः हो जाते हैं। उन्होंने उदाहरण दिया कि ‘राम: ‘ के उच्चारण में भस्त्रिका प्राणायाम और फलम्’ के उच्चारण में भ्रामरी प्राणायाम स्वतः संपन्न हो जाता है।
दूसरे बौद्धिक सत्र में दर्शन विभाग के सहायक आचार्य डॉ. धीरज कुमार पांडेय ने “स्वच्छता एवं राष्ट्रीय विकास में युवाओं की भूमिका” विषय पर अपने विचार रखे। उन्होंने आंतरिक और बाह्य स्वच्छता के महत्व को समझाया और कहा कि स्वच्छता का आधार वेदांत और योग के अभ्यास में निहित है। युवाओं में नैतिक मूल्यों के विकास की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया।
मुख्यातिथि श्रवण कुमार द्वारा पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ साधना शर्मा, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुधीर कुमार झा, पर्यावरण मंच के संयोजक डॉ धीरज कुमार पांडेय, ने सहयोग करते हुए आपः शांति: एक वृक्ष दस पुत्र समान कहा की प्रशंसा करते हुए इसे और बेहतर बनाने के लिए दिशा-निर्देश दिए। शिविर की संयोजन डॉ. साधना शर्मा ने सभी प्रतिभागियों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। पर्यावरण मंच का संयोजन दर्शन विभाग के सहायक आचार्य डॉक्टर धीरज कुमार पांडे एवं पर्यावरण मंच के सचिव विश्व मोहन झा द्वारा किया गया।
शिविर के आयोजक अध्यक्ष छात्र कल्याण एवम् समस्त स्नातकोत्तर विभागाध्यक्ष हैं।
इस अवसर पर रोहित कुमार झा, विश्व मोहन झा, रजनीश कुमार, नितीश कुमार ठाकुर, पद्मनाभ कुमार, विकास कुमार गिरी, विपिन कुमार झा, रतन झा, गोविंद मिश्रा, शंकर कुमार झा और चंदन कुमार सहित अनेक स्वयंसेवकों ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।