#MNN@24X7 दरभंगा, 9 मार्च दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (डीसीई) और IIT रुड़की के IHub के संयुक्त प्रयास से आयोजित 7-दिवसीय इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) प्रशिक्षण कार्यक्रम आज सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को IoT तकनीक में व्यावहारिक ज्ञान और उद्योग-सम्पर्क प्रदान करना था, जिससे वे आधुनिक तकनीकी आवश्यकताओं के अनुरूप स्वयं को तैयार कर सकें।

समापन समारोह में प्राचार्य डॉ. संदीप तिवारी ने कहा, “इस प्रशिक्षण से हमारे छात्रों को न केवल IoT की गहरी समझ मिली, बल्कि उन्होंने इसके व्यावहारिक अनुप्रयोगों पर भी काम किया। DCE का प्रयास हमेशा छात्रों को उद्योग की जरूरतों के अनुसार तैयार करना है, और यह कार्यक्रम उसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।”

वरिष्ठ हार्वर्ड फेलो एवं डीसीई के सलाहकार श्री नवीन कुमार झा ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि “IoT वर्तमान और भविष्य की अनिवार्य तकनीक है। यह प्रशिक्षण छात्रों को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने और नवाचार करने के लिए प्रेरित करेगा।”

प्रशिक्षकों देवेश चंद्र देव और प्रभाष सर ने इस प्रशिक्षण की उपलब्धियों को साझा करते हुए बताया कि छात्रों ने स्मार्ट होम ऑटोमेशन, औद्योगिक निगरानी और स्वास्थ्य सेवा में IoT के अनुप्रयोगों पर काम किया। उन्होंने कहा, “इस प्रशिक्षण में छात्रों ने न केवल तकनीकी ज्ञान प्राप्त किया बल्कि हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों स्तरों पर व्यावहारिक परियोजनाएं भी बनाई।”

डीन एकेडमिक्स डॉ. चंदन कुमार और डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. शशि भूषण ने प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि “यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उद्योग और अकादमिक जगत के बीच की खाई को पाटने में सहायक होगा। छात्र अब अपने नवाचारों को स्टार्टअप और शोध परियोजनाओं में भी बदल सकते हैं।”

कार्यक्रम समन्वयक एम.एन. मिश्रा और सह-समन्वयक मयंक कुमार सिंह ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 200 से अधिक छात्रों ने भाग लिया, जिन्होंने IoT प्रोजेक्ट्स पर काम किया और प्रमाणपत्र प्राप्त किए।

इस अवसर पर डॉ. अनामिका, विवेकानंद झा, डॉ. अब्दुल कलाम आजाद, पूजा, वंदना सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।