#MNN24X7 ताजपुर/समस्तीपुर, 20 अप्रैल, खरीददार के आभाव में किसान टमाटर को सड़क पर फेंकने को विवश है। मजदूर से तोड़वाकर कैरेट में सजाकर मोतीपुर सब्जी मंडी में ठेले-टेम्पू से भेजवाने के बाबजूद किसान का टमाटर पड़ा रह जाता है और अंततः एक-दो दिन इंतजार के बाद किसान को टमाटर सड़क किनारे फेंकना पड़ता है।

टमाटर उत्पादक किसानों की शिकायत पर रविवार को अखिल भारतीय किसान महासभा एवं भाकपा माले की संयुक्त टीम मोतीपुर सब्जी मंडी पहुंचकर टमाटर का जायजा लिया फिर टमाटर उत्पादक किसानों, व्यापारियों एवं गद्दीदारों से बातचीत की।

मौके पर फेंके गये टमाटर का जायजा भी लिया।

गद्दीदार गोपाल साह ने बताया कि दो रूपये किलो भी टमाटर नहीं बिक पा रहा है। किसान कृष्णदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि टमाटर उत्पादक किसान महंगा बीज, खाद, खल्ली, सिंचाई कर टमाटर उपजाया लेकिन खरीददार नहीं होने से उन्हें टमाटर फेंकना पड़ता है। किसान मंजीत सिंह ने कहा कि मोतीपुर सब्जी मंडी टमाटर उत्पादन का हब माना जाता है। यहां उच्च क्वालिटी का टमाटर उपजता है लेकिन बिक्री नहीं होने से किसान बर्बादी के कागार पर है।

टमाटर उत्पादक किसान सह अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रखंड अध्यक्ष ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि यह क्षेत्र टमाटर उत्पादन का हब है लेकिन यहां टमाटर से साॅस, कैचप, अचार, चटनी आदि बनाने का कोई उद्योग नहीं है और न ही टमाटर रखने वाला कोल्ड स्टोरेज है फलत: किसानों का टमाटर न ही स्टोर में रखा जा सकता और न सही कीमत पर बिक पाता है फलत: किसानों को टमाटर फेंकना पड़ता है।

भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने टमाटर आधारित उद्योग लगाने एवं फसल बर्बादी का किसानों को मुआवजा देने, अगली फसल लगाने के लिए नि: शुल्क खाद, बीज, पानी आदि देने की मांग की है।