मार्क्सवादी सिद्धांत को हकीकत में बदलने वाले योद्धा का० लेनिन एवं भाकपा-माले के संस्थापक महासचिव का० चारू मजूमदार समेत तमाम शहीदों को मौन श्रद्धांजलि दिया गया।

भाकपा माले को और बड़ी, ज्यादा मजबूत, ज्यादा जोशीली पार्टी बनाने का संकल्प लिया गया।

फासीवाद, साम्राज्यवाद मुर्दाबाद-लोकतंत्र, समाजवाद जिंदाबाद के खूब नारे लगे।

#MNN24X7 ताजपुर/समस्तीपुर, 22 अप्रैल,
भाकपा माले का स्थापना का 57वां स्थापना दिवस मंगलवार को नगर परिषद के वार्ड 27 स्थित मोतीपुर बंगली के पास धूमधाम से मनाया गया।

दुनिया में मार्क्सवादी सिद्धांत को हकीकत बदल कर मजदूर- किसानों का शासन कायम करने वाले का० लेनिन की 156वीं जयंती पर एवं भाकपा माले के संस्थापक महासचिव कामरेड चारू मजूमदार समेत तमाम शहीदों को दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दिया गया। मौके पर शिक्षाविद शिवनंदन सिंह द्वारा पार्टी का झंडोत्तोलन किया गया। गगनभेदी नारों के बीच शहीदवेदी पर माल्यार्पण किया गया।

मौके पर संकल्प सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला कमिटी सदस्य आसिफ होदा ने कहा कि अपनी पार्टी भाकपा माले का 57वां स्थापना दिवस और दुनिया में सर्वप्रथम मार्क्स के सिद्धांतों को हकीकत में बदलकर मजदूर-किसानों का सत्ता-शासन कायम करने वाले कामरेड लेनिन की जयंती पर उन्हें याद करने का मतलब है उनके द्वारा दिए गये सिद्धांतों को याद करना और उन्हें जनमानस तक ले जाने का चुनौती स्वीकार करना।

किसान नेता ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि साम्राज्यवाद- फासीवाद की समाप्ति के लिए एवं लोकतंत्र, समाजवाद की मजबूती के लिए संघर्ष चलाते रहने का संकल्प लेने का आह्वान कार्यकर्ताओं से किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने किया। मौके पर प्रभात रंजन गुप्ता, राजदेव प्रसाद सिंह, नौशाद तौहीदी, ललन दास, कैलाश सिंह, दिनेश साह, संजीव कुमार, मुकेश कुमार गुप्ता, दिनेश प्रसाद सिंह, अनील सिंह, संजय कुमार, रंजीत कुमार, बखेरी सिंह, मो० क्यूम, सुनीता देवी, अनीता देवी, माया देवी, गायत्री देवी, कृष्णा देवी आदि मौजूद थे।