#MNN24X7 लखनऊ, कथावाचक अनिरुद्धाचार्य को कौन नहीं जानता। उनके वीडियो लगातार सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं।कथावाचक अनिरुद्धाचार्य और पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के मुलाकात का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में अखिलेश यादव अनिरुद्धाचार्य से बातचीत करते हुए नजर आ रहे हैं।अखिलेश यादव कथावाचक अनिरुद्धचार्य से कहते है कि आगे से कभी किसी को शूद्र मत कहना।इस पर अनिरुद्धचार्य मुस्कुराते हैं।बरहाल ये वीडियो कब का है,इसका पता नहीं चल पाया है।
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा ये वीडियो लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे का बताया जा रहा है।लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर अखिलेश यादव का काफिला गुजर रहा था।सामने से कथावाचक अनिरुद्धाचार्य आ रहे थे। दोनों की मुलाकात हुई,हाथ मिलाए गए।इस दौरान अखिलेश ने पूछा,जब कन्हैया को पहली बार आधी रात यशोदा के हाथ में दिया गया तब मां ने पहला नाम उनको क्या दिया था।इस पर अनिरुद्धाचार्य बोले,भगवान के कई सारे नाम हैं।मां ने सबसे पहले उनको कन्हैया कहकर पुकारा था।इस पर अखिलेश ने कहा कि बहुत बधाई और शुभकामना आपको। बस यहीं से हमारा और आपका रास्ता अलग-अलग हो गया। अब आगे से आप किसी को शूद्र मत कहना।इसके बाद अखिलेश यादव अपनी कार में बैठे और चले गए। कथावाचक उनसे कहते रह गए कि आप बताइए इस प्रश्न का क्या सही उत्तर है,लेकिन अखिलेश ने ध्यान नहीं दिया।
इस मुलाकात का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल है।यही नहीं इस वायरल वीडियो पर लोग जमकर प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं।कुछ लोगों का कहना है कि कान्हा को देखते ही मां यशोदा ने सबसे पहले उनको नंदलाला के नाम से पुकारा था। दरअसल उनके गांव का नाम नंदगांव है।
एक यूजर ने दावा किया कि अनिरुद्धाचार्य ने अपनी कथा के दौरान बहुत पहले ब्राह्मण,क्षत्रिय,वैश्य और शूद्र वर्णों के बारे में बात की थी। उन्होंने इन वर्णों को भगवान ब्रह्मा के विभिन्न अंगों से उत्पन्न बताया था। इनमें शूद्रों को उनके पैरों से उत्पन्न बताया गया है।
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