जले एवं खराब ट्रांसफार्मर, नंगे व जर्जर तार एवं उपकरण बदलकर 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति की हो व्यवस्था- मोर्चा।
बिना किसी सूचना पर बिजली कटौती पर रोक लगाओ-मोर्चा।
जनता का फोन नहीं उठाने वाले विधुत काॅल सेंटर संचालक, अधिकारी एवं कर्मी पर हो कारवाई-मोर्चा।
इलेक्ट्रॉनिक मीटर की रिडिंग कराने की हो व्यवस्था- मोर्चा।
प्रीपेड मीटर पर रोक लगाओ-मोर्चा।
#MNN24X7 समस्तीपुर, 27 जुलाई विधुत कटौती के खिलाफ रविवार को शहर के विवेक-विहार मुहल्ला के संत पाॅल स्कूल पर विधुत सुधार संघर्ष मोर्चा की बैठक संयोजक सुरेंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। शत्रुघ्न राय पंजी, संतोष निराला, जीतेंद्र कुमार, बंधु प्रसाद, मो० सगीर, मनोज कुमार सिंह, सुभाषचंद्र मिश्र, पिन्टू कुमार, मनोज कुमार, संजय नायक, नवीन कुमार झा समेत अन्य गणमान्य लोगों ने बैठक में अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
भीषण गर्मी में बिजली कटौती पर रोक लगाने, जले एवं खराब ट्रांसफार्मर 24 घंटे में बदलने, जर्जर तार, हैंडल, एवी स्वीच, पैनल, एमसीबी, बुश राॅड आदि बदलने, बिना किसी पूर्व सूचना के बिजली कटौती पर रोक लगाने, जनता का फोन नहीं उठाने वाले विधुत काॅल सेंटर संचालक, अधिकारी एवं कर्मी पर कारवाई करने, इलेक्ट्रॉनिक मीटर की रिडिंग कराने, लोड घटाने को अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने की राय सर्वसम्मति से सामने लाकर विधुत विभाग से पूरा करने की मांग की गई।
उक्त मांगों से संबंधित स्मार पत्र विधुत कार्यपालक अभियंता समेत अन्य अधिकारियों को सौंपने के बाद इन मांगों पर जोर देने को लेकर आंदोलन चलाने का निर्णय लिया गया।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में विधुत सुधार संघर्ष मोर्चा के जिला संयोजक सह भाकपा माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि जिले में ट्रांसफार्मर का मेंटेनेंस नहीं किया जा रहा है। जरूरत के अनुसार विधुत इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप नहीं किया जा रहा है। करीब सभी ट्रांसफार्मर ओवरलोड का शिकार है। लगाया जा रहा कवर्ड वायर गुणवत्ताहीन है। ट्रांसफार्मर का हैंडल, एवी स्वीच, पैनल, एमसीबी, बुश, बुश राॅड आदि खराब है। नंगे व जर्जर तार भी निर्बाध विधुत आपूर्ति में बाधा उत्पन्न कर रहा है। परिणामस्वरूप ग्रिड में उपलब्ध बिजली भी उपभोक्ताओं के यहां विभाग की अकर्मण्यता के कारण नहीं पहुंच पा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग इन तमाम गड़बड़ियों को दूर कर 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था करे अन्यथा मोर्चा आंदोलन चलाने को बाध्य होगी।