#MNN24X7 दरभंगा कृषि विज्ञान केन्द्र, जाले, दरभंगा में युवक – युवतियों के कौशल विकास एवं रोजगार करने हेतु पांच दिवसीय माली प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन आज से हुआI इस प्रशिक्षण में जिला दरभंगा के कई प्रखंड से आये युवाओ ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया जा रहा है और सफलता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त किये युवाओं को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा. यह कार्यक्रम वरीय वैज्ञानिक डॉ. दिब्यांशु शेखर की अध्यक्षता में शुरू हुआ।
डॉ शेखर ने प्रशिक्षुओं को प्रति यूनिट एरिया से बागवानी पौधों की नर्सरी से एक साल में मेहनत करके लाखों रुपए कमाने के गुण सिखाए एवं वृक्षारोपण के लाभों को विस्तार से बताया। प्रशिक्षण के दौरान उद्यान विज्ञान विशेषज्ञ डॉ प्रदीप कुमार विश्वकर्मा ने प्रशिक्षणार्थिओ को हाईटेक नर्सरी के विभिन्न कंपोनेंट जैसे पोलीहॉउस, मिस्ट चैम्बर, मातृपौधशाला, ग्रीनहाउस एवं पोटिंगयार्ड के उपयोग के बारे में बताया जायेगा एवं कृषि विज्ञान केन्द्र पर उपस्थित सभी यूनिट का भ्रमण भी कराया जाएगा।
इस प्रशिक्षण में पौध प्रवर्धन के सभी तरीको जैसे पपीता का बीज, लीची एवं अमरूद में गूटी बांधना, गेंदा, अमरूद एवं अनार में टहनी कटिंग, आम में ग्राफ्टिंग एवं बेल में बडिंग प्रशिक्षणार्थिओ को मुख्यतः प्रयोगात्मक तरीके सिखाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को नर्सरी के क्षेत्र में रोजगार पैदा करने तथा फल के पौधो की बढ़ती हुई मांग को पूरा करने से है। पर्यावरण के बदलते परिवेश में आज कल सभी लोग वर्टिकल फार्मिंग के माध्यम से सजावटी पौधों से घरों को सजाने में बहुत रुचि रखते है, इसीलिए नर्सरी का धंधा बहुत ही फायदेमंद होगा
इस दौरान डॉ निधि कुमारी द्वारा प्रशिक्षणार्थिओ को पौध प्रवर्धन में आने वाले विभिन्न प्रकार के मीडिया जैसे मिटटी, बालू, वर्मीकम्पोस्ट, पर्लाइट, वरमीक्यूलाइट, कोकोपीट इत्यादि के सही अनुपात में उपयोग करना सिखाया जाएगा एवं झाड़ीनुमा पौधों की कटाई छंटाई करके उनके आकार को सही रूप देना भी सिखाया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ पूजा कुमारी द्वारा पौधों को सजावटी आकार प्रदान करने और उसका कम बजट में प्रबंधन पर भी चर्चा किया जाएगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी प्रशिक्षुओं को नर्सरी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और ऑनलाइन मार्केटिंग के गुर भी सिखाए जाएंगे।