#MNN24X7 समस्तीपुर, 30 अक्टूबर, एनडीए के घटक दलों के नेताओं जीतन राम मांझी, चिराग पासवान और सांसद शांभवी चौधरी को मंच पर दाएं-बाएं बैठाकर भाजपा नेताओं द्वारा परिवारवाद पर भाषण देना हास्यास्पद है। यह बात भाकपा (माले) जिला स्थायी समिति के सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कही।

उन्होंने कहा कि उजियारपुर में गृह मंत्री अमित शाह के भाषण में इंडिया गठबंधन पर परिवारवाद का आरोप लगाना पूरी तरह बेमानी है, क्योंकि खुद एनडीए के नेता इसी परंपरा के प्रतीक हैं।

सुरेंद्र सिंह ने कहा —

> “अमित शाह के बेटे जय शाह बिना किसी पूर्व योग्यता के बीसीसीआई के चेयरमैन बने हुए हैं।
जीतन राम मांझी और चिराग पासवान ने अपने दलों में अधिकतर टिकट परिवारजनों को ही दिए हैं।
समस्तीपुर सांसद शांभवी चौधरी जिनका राजनीति से कोई नाता नहीं था, मंत्री अशोक चौधरी की बेटी होने के कारण दिल्ली से सीधे पैराशूट होकर सांसद बन गईं।”

उन्होंने कहा कि भाजपा और एनडीए खुद परिवारवाद में नंबर वन गठबंधन है और अब वही दूसरे दलों पर आरोप लगा रही है। जनता इस बार एनडीए को सत्ता से हटाकर परिवारवाद पर अनर्गल बयानबाज़ी करने वालों को सबक सिखाएगी।