दरभंगा।विद्यापति सेवा संस्थान के तत्वावधान में मंगलवार को परशुराम जयंती मनाई गई संस्थान के मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा के लक्ष्मीसागर स्थित आवास पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने भगवान परशुराम के चित्र पर फूलों की माला अर्पित कर उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व को याद किया. अक्षय तृतीया के दिन आयोजित कार्यक्रम में परंपरा अनुसार आगंतुकों एवं राहगीरों का स्वागत नींबू शरबत पिलाकर किया गया.

दुर्गानंद झा की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि भगवान परशुराम को न्याय का देवता यूं ही नहीं माना जाता है. उन्होंने अपने जीवन में संसार का संरक्षण करने के लिए शस्त्र एवं शास्त्र की उपयोगिता पर बल दिया था. उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम अपने वंशजों के ही नहीं, बल्कि समस्त सनातन धर्मावलंबियों के देवता हैं. जनमानस को प्रभु परशुराम की तरह शस्त्र एवं शास्त्र का ज्ञान एवं बोध होना चाहिए, ताकि प्रकृति का संतुलन बना रहे.

मौके पर मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार ने कहा कि भगवान परशुराम का जीवन तप, ज्ञान, शौर्य, संघर्ष, न्याय, सदाचार, स्वाभिमान, स्वावलंबन एवं आत्मनिर्भरता का एक अद्भुत और प्रेरणादायी उदाहरण है. अध्यक्षीय संबोधन में दुर्गानंद झा ने समाज में नयी जान फूंकने के लिए एकता कायम करने पर बल दिया और युवा पीढ़ी को इस आयोजन से महापुरुषों के महान कार्यों से प्रेरणा लेने का सुअवसर बताया। उन्होंने समाज व देश के सर्वांगीण विकास के लिए सभी लोगों को एक मंच पर आने का आह्वान किया।

कार्यक्रम में प्रो चंद्रशेखर झा बूढाभाई, विनोद कुमार झा, डा गणेश कांत झा, सुशील कुमार झा, मनीष झा रघु, इंद्रमोहन झा, नवल किशोर झा, संजय पंजियार, सुशील कुमार सुमन, संतोष कुमार झा, आशीष चौधरी, पुरूषोत्तम वत्स आदि की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।