कल दिनांक 18/05/2022 को अपराह्न 3:00 बजे से स्नातक तृतीय खंड के GES विषय का ऑनलाइन सत्रारंभ माननीय कुलपति महोदय की अध्यक्षता में आयोजित किया गया । इस ऑनलाइन आयोजन में प्रति कुलपति महोदया प्रोफेसर डॉली सिन्हा, कुलसचिव प्रो मुस्ताक अहमद, सभी संकायाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों, विद्वतजनों, प्रधानाचार्यों, विषय-संयोजक, विषय-समन्वयक, पूर्व विकास पदाधिकारी, वर्तमान विकास पदाधिकारी, शिक्षक, मीडियाकर्मी, तकनीकी सहायक तथा भारी संख्या में छात्र-छात्राऐं मौजूद रहे।

कार्यक्रम के संयोजक डॉ महेश प्रसाद सिन्हा ने सभी का स्वागत करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया और विषय पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, बिहार का एकमात्र विश्वविद्यालय है, जहाँ पिछले 24 जनवरी 2022 से ऑनलाइन प्लेटफार्म पर लगातार वर्ग संचालित किया जा रहा है। वर्तमान में GES का ऑनलाइन वर्ग आज से आरंभ किया गया है। ‘ सामान्य अध्ययन ‘ के साथ पर्यावरण का अध्ययन हमें अपने पर्यावरण और जीवन के प्रति जागरूक और संवेदनशील रहने की सीख देते हैं। सर्वप्रथम कुलपति महोदय ने अपने वक्तव्य में कहा कि कॉरोना काल में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने डिजीटल प्लेटफार्म के माध्यम से एक अलग पहचान बनाई है। इस माध्यम से छात्रों तक बहुत पाठ्य सामग्री पंहुची है।

विश्वविद्यालय स्तर पर अभी और नए तकनीकी प्रयोग किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय द्वारा ऑडियो रिकॉर्डिंग एवम् लर्निंग मैनेजमैंट सिस्टम की भी जल्दी है व्यवस्था की जाएगी। विश्वविद्यालय स्वयं छात्रों तक पहुंच रहा है। ऑनलाईन माध्यम से जो विद्यार्थी जहां है वहीं से शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।इस क्रम में प्रतिकुलपति प्रोफेसर डॉली सिन्हा ने सभी का अभिनंदन करते हुए कहा कि कोरोना काल में पढ़ाई बाधित हुई, जिसमें ऑनलाइन क्लास राहत प्रदान करने की कोशिश की। उन्होंने ऑनलाइन स्लाइड के माध्यम से इस विषय के बारे में अवगत कराया। फिजिकल मोड के साथ – साथ डिजिटल लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम को बढ़ावा देने पर बल दिया।

विवि के कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद महोदय ने कहा कि माननीय कुलपति और प्रति कुलपति मैडम के निर्देशन में ऐसे open forum के माध्यम से बहुत विशेष resource persons से छात्रों को मिलने का और ज्ञान प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हुआ है। सीसीडीसी डॉ. महेश प्रसाद सिन्हा ने विश्वविद्यालय में हमेशा गतिमान ढंग से कार्य किया है। इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। इस ऑनलाइन प्लेटफार्म पर न केवल ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अपितु अन्य विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी भी जुड़ते हैं और इससे लाभ प्राप्त करते हैं जो काफी प्रशंसनीय है। GES विषय व्यक्तित्व निर्माण में भी बहुत महत्वपूर्ण है। विश्वविद्यालय द्वारा उठाया गया यह कदम और इसके पीछे काम कर रहा पूरा सिस्टम काफी सराहनीय है।

प्रो. बी.बी.एल. दास ने कहा कि स्नातक तृतीय खण्ड के लिए GES अनिवार्य विषय है। इसके ऑनलाइन वर्ग संचालन के लिए वि.वि .की पूरी टीम को हार्दिक शुभकामनाएं। प्रो . गोपी रमण प्रसाद सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इस ऑनलाइन वर्ग संचालन के कदम की जितनी तारीफ की जाए कम है। हमारे कुलपति महोदय और प्रति कुलपति मैडम एक विचारक के रूप में, छात्र हित में हमेशा कार्यरत रहते हैं। उन्होंने कहा कि education is the socialisation of the youngers, शिक्षा आज के युवाओं के सामाजिकरण माध्यम है। शिक्षा पूर्व पीढ़ी और नई पीढ़ी के बीच संवाद स्थापित करने में सहयोगी है। पूर्व विकास पदाधिकारी के. के. साहू ने GES के ऑनलाइन वर्ग संचालन के फैसले की तारीफ की और विश्वविद्यालय को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान कुलपति और प्रति- कुलपति नई व्यवस्था को लागू करने के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहते हैं। शिक्षक का एकमात्र कर्तव्य शिक्षा प्रदान करना ही है इसी के प्रयास हेतु विश्वविद्यालय बधाई के पात्र हैं।

वर्तमान विकास पदाधिकारी प्रो. सुरेन्द्र कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया एवम् संचालन विश्वविद्यालय के सीसीडीसी डॉ. महेश प्रसाद सिन्हा ने किया। इसके पश्चात GES का प्रथम वर्ग प्रति कुलपति मैडम प्रो. डॉली सिन्हा मैडम द्वारा सूक्ष्मतापूर्वक संचालित किया गया , जिसमें भारी संख्या में विद्यार्थी गण उपस्थित थे।