लंबा खींचतान के बीच हुआ कुलसचिव से वार्ता।
विवि में पुलिसिया हस्तक्षेप बन्द करे विवि प्रशासन- आइसा
सभी पेंडिंग रिजल्ट का जल्द होगा निपटारा- आइसा
निजी डाटा सेंटर के मान्यता को रद्द कर विवि अपना डाटा सेंटर स्थापित करे।
दरभंगा 18 मई 2022 ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन आइसा के द्वारा 21 सूत्री मांग को लेकर आज विवि मुख्यालय पर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन के माध्यम से समय पर परीक्षा व समय पर परिणाम देने की गारंटी करने, पीजी 1st, 2nd व 4th, डिग्री 1, 2 सहित MBA व अन्य कोर्स के परीक्षा परिणाम प्रकाशित करने में अनिश्चितकालीन विलम्भ हो रहा है। परीक्षा परिणाम को अभिलम्भ जारी करने, तथा परीक्षा परिणाम जारी करने में बेबजह स्थिलता बरतने वाले दोषी अधिकारी व कर्मचारी पर करवाई करने, सीएम लॉ कॉलेज में नामाकन चालू करने, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में नामाकन शुरू करने, MBA, BBA, BCA में कैम्पस सेलेक्शन करने, विवि मुख्यालय में आधारभूत संरचना दुरुस्त करने, शिक्षक कर्मचारी के खाली पदों पर नियुक्ति करने, विवि में सरकारी डाटा सेंटर बहाल करने, अतिथि शिक्षक को नियमित करने, समस्तीपुर कॉलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य के कार्यकाल की जांच कराने, ए एन डी कॉलेज पटोरी के प्रधानाचार्य के कार्यकाल की जांच करवाने, विवि हिंदी विभाग के सहायक प्राचार्य पर वहां के छात्र कई बार गंभीर आरोप लगाए है उसकी जांच करने, GD कॉलेज सहित अन्य कॉलेज में होस्टल को दुरुस्त करने, राज भवन के जांच के आरोपी दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के अधिकारी पर करवाई करने, एससी एसटी छात्रो के नामाकन शूल वापस करने सहित 21 सूत्री मांग शामिल थे। प्रदर्शन जुलूस सेंट्रल लाइब्रेरी से निकलते हुए विवि मुख्यालय पहुचा जहा पुलिस के द्वारा जुलुश को रोका गया लेकिन छात्र रुके नही सीधे कुलपति मुख्य द्वार पहुचे जहा नारेबाजी करते हुए पुनः धरना स्थल पर आकर सभा मे तब्दील हो गई। जहा सभा की अद्यक्षता आइसा जिला सह सचिव राजू कर्ण ने किया।
मार्च का नेतृत्व आइसा विवि संयोजक सुनील कुमार, दरभंगा जिला सचिव मयंक कुमार यादव, जिला अध्यक्ष प्रिंस राज, समस्तीपुर जिला अध्यक्ष लोकेश राज, मनीषा कुमारी कर रहे थे।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए आइसा के राज्य उपाध्यक्ष सह विवि संयोजक सुनील कुमार ने कहा कि आज विवि में प्रशाशनिक अराजकता चरम पर है। पूरे विवि को सिर्फ दो लोग की जोड़ी ही चला रहे है। जिस कारण आज पूरा विवि अराजकता के माहौल में फसा हुआ है। निचले अधिकारी अपने दायित्व को नही समझते है। सिर्फ छात्रों को बरगलाने का काम करते है। अगर ऐसे पदाधिकारी पर विवि करवाई नही करती है तो आइसा आन्दोलन को और तेज करेगा।
वही आइसा जिला अध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा कि विवि और डाटा सेंटर के खेल में छात्र-छात्राओं का जीवन बर्बाद हो रहा है। यहां के छात्र बाहर पढ़ाई करने नही जा रहे है।
आज पीजी व डिग्री दोनों का रिजल्ट लंबित है। अगर आज विवि के पास अपना डाटा सेंटर रहता तो इस तरह की परेशानी नही झेलनी पड़ती। उन्होने विवि प्रशासन से मांग किया है कि रिजल्ट का जल्द से जल्द प्रकाशित किया जाय तथा रिजल्ट देरी करने वाले अधिकारी पर करवाई किया जाय।
वही आइसा जिला सचिव मयंक कुमार यादव ने कहा कि विवि में एक ही अधिकारी को कई विभाग का प्रभार दे दिया गया है। जिस कारण आज विवि में अराजकता का माहौल बना हुआ है। और कोई भी अधिकारी सही से कोई काम नही कर पाते है। सिर्फ छात्रो को बरगलाने का काम करते हैं। ऐसे अधिकारियों पर सख्त करवाई होनी चाहिए।
वही इनौस के राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि आज विवि प्रशासन पूरी तरह से विवि अधिनियम का उलंघन कर रही है। मनमाने ढंग से प्रोफेसर का तबादला कर्मचारी का तबादला किया जा रहा हैं। पीजी विभागों में सीनियर टीचर का आभाव है। लेकिन सीनियर टीचर को कॉलेज में ही रखा जा रहा है। और नियम की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
उन्होंने इस प्रक्रिया पर रोक लगाते हुए पीजी विभागों में सीनियर शिक्षक के नियोजन व पदस्थापना की मांग की है।
वही आइसा नेत्री मनीषा कुमारी और ओणम कुमारी ने कही की आज महाविद्यालयों में छात्राओं से सभी तरह के शुल्क लिए जा रहे है। जिस पर पाबंदी लगनी चाहिए।
प्रदर्शन के बाद प्रॉक्टर व उप कुलसचिव 1 धरना स्थल पर वार्ता को लेकर आये लेकिन वार्ता विफल रही। पुनः कुलसचिव के साथ वार्ता हुआ। सभी मश्लो पर उन्होंने सकारात्मक जबाब दिया है। रिजल्ट के सवाल पर उन्होंने कहा कि जल्द की सभी लंबित परीक्षा परिणाम को प्रकाशित कर दिया जाएगा साथ पार्ट 3rd के मार्कशीट को महाविद्यालय भेज दिया जाएगा। जिसके बाद प्रदर्शन को खत्म किया गया।
प्रदर्शन में विशाल कुमार माझी, मिथिलेश कुमार,जयदेव प्रवासी, दीपक कुमार, मनीष राय, सुभाष कुमार, किसुन कुमार, निखिल कुमार, बलराम कुमार, सिदार्थ कुमार, केशव चौधरी, सन्नी कुमार, अरुण कुमार, मोहम्मद सुफियान, मोहम्मद तालिब, संजीब कुमार, अभिषेक चौधरी, अनिल कुमार, सोनू, मोहम्मद साकिब, मोहमड्ड फरमान, गंगा पासवान, मोहम्मद अफरीदी, रौशन कुमार यादव, ललित कुमार, सहित सैकड़ो लोग शामिल थे।