संकल्प के साथ साहस, आगे बढ़ने के लिए है जरूरी : प्रधान मंत्री

दरभंगा, 30 मई । महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से कोविड-19 के दौरान कोविड के कारण अपने माता व पिता अथवा अभिभावक अथवा जीवित अभिभावक को खोने वाले अनाथ बच्चों के लालन-पालन, शिक्षा-दीक्षा एवं उनके परिपक्व होने तक उनके संरक्षण को लेकर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन 04 हजार 345 बच्चों के साथ साथ उन राज्यों के मुख्यमंत्री/संबंधित मंत्री एवं अन्य जनप्रतिनिधियों को सीधे सम्बोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 विश्व की बहुत बड़ी त्रासदी थी। इस त्रासदी में अनेक लोगों ने अपनों को खोया है, जिसके कारण उनके जीवन में भारी बदलाव आया है, जो बहुत कठिन है।

परिवार के एक सदस्य के रूप में कर रहे बात:

कोविड के कारण अनेक बच्चें प्रभावित हुए तथा अपने अभिभावकों को खोया, प्रभावित बच्चों की तकलीफ को शब्दों में नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज हम उनसे एक प्रधानमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि परिवार के एक सदस्य के रूप में बात कर रहे हैं। हम आपके मुश्किलों को कम करने का एक छोटा प्रयास कर रहे हैं। पी.एम. केयर्स फंड से उन बच्चों के 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर 10 लाख रुपये उनके खाते में प्रदान किया जा रहा है। जिसके ब्याज से 23 वर्ष की आयु तक उन्हें सहायता दी जाएगी तथा 23 वर्ष के होने पर वे इस राशि को निकाल पाएंगे।

कम उम्र के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र से जोड़ा जाएगा;

06 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्रों में उपलब्ध सेवाओं से जोड़ा जाएगा तथा 06 वर्ष से 10 वर्ष तक के बच्चों को नजदीकी केन्द्रीय विद्यालय, निजी विद्यालय अथवा अन्य सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में नामांकन कराया जाएगा। जहाँ मुफ्त स्कूल यूनिफर्म, किताबें एवं पढ़ाई/लिखाई संबंधित अन्य सामग्री उपलब्ध करायी जाएगी।
 
11 से 18 वर्ष तक के बच्चों को केन्द्रीय विद्यालय, निजी विद्यालय अथवा अन्य सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में नामांकन कराया जाएगा। उच्च शिक्षा अथवा व्यावासयिक शिक्षा प्राप्त करने हेतु शिक्षा ऋण उपलब्ध करायी जाएगी तथा ब्याज की राशि में छूट दी जाएगी। इसके अतिरिक्त उन्हें छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाएगी।
 
उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण देश की संवेदना आपके साथ है। हार को हताशा में नहीं बदले, जीत के लिए यही मूल मंत्र है,जो आपके जीवन का मार्गदर्शन करेगा। अच्छी पुस्तकें भी मार्गदर्शन देता है, उन्हें आप अपना मित्र बना सकते हैं।
 
उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए आरोग्य रहना भी जरूरी है। इसके लिए फिट इण्डिया एवं खेलो इण्डिया अभियान चल रहा है। योग को भी अपने जीवन का अंग बनावें। उन्होंने वर्तमान व्यवस्था की उपलब्धि से भी सबको अवगत कराया।

इस अवसर पर दरभंगा एन.आई.सी. से मंत्री, समाज कल्याण विभाग, बिहार सरकार मदन सहनी, केवटी के विधायक डॉ. मुरारी मोहन झा, जिलाधिकारी राजीव रौशन, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी राजीव कुमार झा, सहायक निदेशक (बाल अधिकार संरक्षण) नेहा नुपूर, सी.डब्ल्यू.सी अध्यक्ष विरेन्द्र कुमार झा, बाल संरक्षण पदाधिकारी पंकज सिन्हा एवं कोविड के दौरान अनाथ हुए दरभंगा जिले के 02 बच्चे कार्यक्रम में शामिल थे।
 
कार्यक्रम के दौरान मंत्री के कर-कमलों से दरभंगा जिला के दोनों अनाथ बच्चों को सरकार की ओर से दी गयी लाभ का 01-01 किट प्रदान किया गया, जिसमें बच्चों के नाम प्रधानमंत्री जी का स्नेह पत्र, सर्टिफिकेट, पोस्ट ऑफिस का पासबुक, आयुष्मान भारत हेल्थ कार्ड आदि थे। 01 बच्चें के खाते में उम्र के अनुरूप 08 लाख रुपये एवं दूसरे बच्चें के खाते में 10 लाख रुपये अंतरित की गयी। कार्यक्रम के दौरान ही प्रधानमंत्री के कर-कमलों से सभी बच्चों के खाते में डिजिटली राशि अंतरित की गयी।