प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत केवटी पंचायत स्थित सड़क जो जर्जर स्थिति में है।यह सड़क प्रखंड क्षेत्र के मुख्य बाजार को जोड़ती है। लेकिन कई वर्षों से यह जर्जर स्थिति में है और इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है।

प्रवीण कुमार झा ने बताया कि यह सड़क कट गया है और और आवागमन में कठिनाई भी हो रही है। सड़क के उस साइड अवस्थित लगभग 1000 घर है, जिसका मुख्य सड़क एक ही है मगर इसकी यह दयनीय स्थिति है कि अगर रात को या दिन में भी अनहोनी हो जाए। फिर तो जहाँ पैदल चलना मुश्किल है वहां एंबुलेंस की तो बात ही छोड़ दीजिए। अगर सड़क की यही स्थिति रही तो मुमकिन है कि व्यक्ति आयु रहते ही अपना दम तोड़ देगा। क्योंकि मुश्किल समय में उस तक उचित संसाधन पहुंच ही नहीं पाएगा


वहीं अरुण मंडल ने कहा चुनाव के समय में नेता लोग आते हैं जुमलेबाजी वाला भाषण देते हैं और चले जाते हैं मगर जनता की सुध लेना कोई नहीं जानते। अगर इस तरह की स्थिति बनी रहे तो आने वाले समय में हम लोग लोकसभा, विधानसभा,पंचायत जो भी चुनाव हो उसका बहिष्कार करेंगे।

सत्यम ने बताया कि बरसात के दिनों में इन सड़कों पर वाहन चलाने में बहुत असुविधा होती है। कभी-कभी चालक अपना नियंत्रण ही खो देते हैं और दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है

वही ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दिनों में कीचड़ के कारण रास्ते में इतनी फिसलन हो जाती है कि स्कूली बच्चे बूढ़े तथा औरतें भी सड़क पर गिर जाती है। निजी वाहनों के अलावा कई स्कूल की गाड़ियां भी इस सड़क पर आती जाती हैं। उखड़ी हुई पक्का और गड्ढों के कारण जो परेशानी आम लोगों और स्कूली बच्चों को होती है उसका वर्णन करना बहुत ही कठिन है।किसी भी देश अथवा गांव की उन्नति या अवनति काफी हद तक सड़कों पर ही निर्भर करती है।