•देश-दुनिया के बड़े संस्थानों में काम कर चुके पांच डॉक्टर पारस ग्लोबल अस्पताल से जुड़े
•14 जुलाई तक मरीजों के लिए निःशुल्क परामर्श
•अस्पताल में कैंसर और यूरोलॉजी संबंधित रोग के इलाज की सुविधा का भी शुभारंभ किया गया
दरभंगा। पारस ग्लोबल अस्पताल अपने नाम के अनुसार ग्लोबल हो गया है। यहां ब्रिटेन और अमेरिका जैसे विकसित देशों में वर्षों काम कर चुके डॉक्टर अब यहां मरीजों का इलाज कर रहे है। ये सभी डॉक्टर दरभंगा और आसपास के रहनेवाले हैं। अपने लोगों की सेवा करने के लिए ये अपने शहर आए हैं। ये डॉक्टर 14 जुलाई तक मरीजों को निःशुल्क परामर्श देंगे। इन डॉक्टरों में न्यूरो सर्जन डॉ केशव मोहन झा, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. शोभानंद झा, मेडिसिन के डॉ. अरविंद लाल दास, ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. श्रवण कुमार यादव और जेनरल सर्जन डॉ. संजय सिंह शामिल हैं।
इस अवसर पर पारस ग्लोब अस्पताल के यूनिट हेड डॉ. रईस खान ने बताया कि, “पारस अस्पताल हमेशा मरीजों को बेहतर इलाज और सुविधा देने के लिए तत्पर है। इन सभी डॉक्टरों के पारस से जुड़ने के बाद प्रदेश वासियों को कहीं बाहर ना जाकर यहीं बेहतर इलाज मिल पाएगा।”
न्यूरो साइंस के विभागाध्यक्ष सर्जन डॉ. केशव मोहन झा ने बताया कि, “दरभंगा में पहले पारस ग्लोबल अस्पताल जैसी सुविधा नहीं थी। राज्य के प्रतिष्ठित आईजीआईएमएस में विभागाध्यक्ष के रूप में काम करने के बाद अपने मिथिलांचल वासीयों की सेवा करने की इच्छा से यहां आया हूं। इसमें पारस अस्पताल मददगार बना है। कोशिश होगी कि यहां के लोगों को विश्व स्तरीय इलाज कर सकूं।”
तो वहीं हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. शोभानंद झा ने कहा कि, “मैं इसी क्षेत्र से आता हूं। ब्रिटेन में काफी समय सेवा देने के बाद अब अपने लोगों के लिए कुछ करना चाहता हूं। इसलिए अपने वतन लौट आया हूं। मेरी भी सामाजिक जिम्मेदारी है उसी का निर्वहन कर रहा हूं।”
ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. श्रवण कुमार यादव का कहना है कि, “एम्स, दिल्ली में काम करने के बाद देश के बड़े शहर में नौकरी कर सकता था। लेकिन अपने मिथिलांचल के लिए कुछ करने की तमन्ना है, इसलिए यहां आया हूं।”
इंटरनल मेडिसिन में सिद्धस्त डॉ. अरविंद लाल दास ने बताया कि, “तीन दशक तक अमेरिका में लोगों को इलाज किया। अब अपने देश और क्षेत्र के लोगों का इलाज करना चाहता हूं। इसलिए अपने वतन आ गया हूं।”
वहीं कार्यक्रम में बात करते हुए जनरल सर्जन डॉ. संजय सिंह ने बताया कि, “हमारा राज्य स्वास्थ्य सेवा में थोड़ा पिछड़ रहा है। इसके लिए हम डॉक्टर समुदाय को भी आगे आना होगा। इसलिए मैंने पारस ग्लोबल अस्पताल के माध्यम से लोगों की सेवा करने का निर्णय लिया है। अपने लोगों का उनके बीच रह कर इलाज कर सकूं, शायद ये बड़ी सेवा होगी।”
स्थानीय स्तर पर ही कैंसर और यूरोलॉजी से जुड़ी बीमारियों का इलाज-
वहीं दूसरी ओर, पारस ग्लोबल अस्पताल में कैंसर और यूरोलॉजी से जुड़ी बीमारियों के इलाज कराने की सुविधा का भी शुभारंभ किया गया। इस सेवा का उद्घाटन पारस एचएमआरआई अस्पताल, पटना के इंस्टीट्यूट ऑफ यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी एंड रेनल ट्रांसप्लांटेशन के निदेशक डॉ. अजय कुमार ने किया।
उन्होंने बताया कि पारस अस्पताल, पटना के कैंसर विशेषज्ञ अब दरभंगा में भी इलाज की सुविधा देंगे। वहीं यूरोलॉजी(मुत्रविज्ञान) से जुड़ी बीमारियों का इलाज पारस ग्लोबल अस्पताल के डॉक्टर गौरव एंव पारस एचएमआरआई पटना की टीम वीडियो क्रांफे्रंसिंग के माध्यम से पटना से सेवा प्रदान करेंगे। इस मौके पारस हेल्थ केयर के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. सुहास अराध्य सहित कई लोग मौजूद रहे।