दरभंगा, 23 जून 2022 इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद ने नीतीश सरकार द्वारा पटना के ऐतिहासिक भवन सुल्तान पैलेस को तोड़ने के फैसले के विरोध करते हुए बयान जारी करते हुए उन्होंने कहा कि पटना विश्वविद्यालय के पहले भारतीय वाइस चांसलर सर सैय्यद सुल्तान अहमद ने ऐतिहासिक धरोहर सुल्तान पैलेस 100 साल पूर्व 1922 में निर्माण करवाया गया था।

यह पटना के वीरचंद पटेल, जिसे पहले गार्डिनर रोड कहा जाता था, पर स्थित है! यह पूरब और पश्चिम के मिश्रित स्थापत्य का बेहतरीन उदाहरण है, और फिलहाल परिवहन विभाग के रूप में चल रहा है। इसके निर्माता सर सैय्यद सुल्तान अहमद वो शख़्श थे जिन्होंने जिन्ना द्वारा पाकिस्तान के कैबिनेट मंत्री बनाये जाने के प्रस्ताव को ठुकरा कर भारत को चुना था। अब उनके द्वारा निर्मित ‘सुल्तान पैलेस’ को नीतीश कुमार की सरकार जमींदोज कर उस स्थल को प्राइवेट हाथों में सौंपकर वहाँ 12 मंजिला होटल निर्माण करवाना चाहती है!

उन्होंने आगे कहा कि इसके पूर्व नीतीश सरकार ख़ुदाबख़्श लाइब्रेरी के सामने वाले स्थापत्य को तोड़ने पर आमादा थी, लेकिन तीव्र विरोध के बाद इसे वापस लिया गया। अब हमें सुल्तान पैलेस को बचाने के लिए एकजुट होकर इस इमारत विध्वंसक सरकार पर दबाव बनाना चाहिए।