-डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर के अनुकूल मौसम होने पर मच्छर लगने हो जाते हैं शुरू

-डेंगू वाले मच्छरों को बढ़ाने में एसी, कूलर औऱ फ़्रिज की भूमिका महत्वपूर्ण: डीएमओ

#MNN@24X7 मधुबनी 18 अगस्त, डेंगू एक मच्छर जनित वायरल संक्रमण है जो गंभीर फ्लू जैसी बीमारी का कारण बनता है पिछले वर्षों में डेंगू की घटनाओं में वृद्धि हुई है चुकी डेंगू बरसात के मौसम में ( जुलाई से अक्टूबर )तक पनपना का सबसे अधिक खतरा होता है लिहाजा स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से इसके नियंत्रण को लेकर तैयारी में लगा हुआ है.

पैरामेडिकल संस्थान रामपट्टी में डेंगू एवं चिकनगुनिया के क्लीनिकल प्रबंधन के लिए जिले के चिकित्सा पदाधिकारियों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया जिसमें सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के साथ एक चिकित्सा पदाधिकारी एवं सभी अनुमंडलीय अस्पताल के अधीक्षक के साथ एक चिकित्सा पदाधिकारी तथा सदर अस्पताल के दो चिकित्सा पदाधिकारी को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है. जिसमें डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया.

डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर के अनुकूल मौसम होने पर मच्छर लगने हो जाते हैं शुरू:

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी विनोद कुमार झा ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए हर शख्स का जागरूक होना जरूरी होता है। घर में या घर के आसपास बरसात के कारण जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई हो तो फ़िर यह डेंगू बुखार के लिए आमंत्रण का स्वरूप है। आजकल का मौसम भी डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर के अनुकूल है। मौसम ठंडा होने पर मच्छर लगने शुरू हो जाते हैं। लिहाजा दिवाली तक विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। घर में मच्छर रोधी स्प्रे सहित सफाई करते रहें। छोटे-छोटे नौनिहालों का शरीर पूरी तरह कपड़े से ढकने की जरूरत होती है। घर से बाहर खेलने के लिए भेजना हो तो हाथ व पैरों पर मच्छर रोधी क्रीम लगाने के बाद ही भेजने का प्रयास करना चाहिए। ताकि बच्चों की जिंदगी सुरक्षित एवं बीमारियों से राहत मिले। रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग आवश्यक रूप से करना चाहिए। इस तरह के लक्षण दिखाई देने पर इस बीमारी के उपचार में पारासिटामोल सबसे बेहतर दवा है। यदि किसी व्यक्ति को पूर्व में डेंगू हो चुका है तो उन्हें अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। वैसे व्यक्तियों को दोबारा डेंगू बुखार की शंका होने पर तुरंत सरकारी अस्पताल से संपर्क करना चाहिए।

डेंगू वाले मच्छरों को बढ़ाने में एसी, कूलर औऱ फ़्रिज की भूमिका महत्वपूर्ण:

वेक्टर नियंत्रण पदाधिकारी राकेश कुमार रंजन ने बताया वेक्टर जनित रोगों से बचाव के लिए ज़िले में छिड़काव किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग, नगर निकाय और दूसरे विभागों की टीम द्वारा घर-घर जाकर लोगों को बचाव के प्रति जागरूक किया जाता है। डेंगू मच्छर संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। केवल दो फुट की ऊंचाई तक उड़ पाने वाला यह मच्छर साफ पानी में पनपता है। गंदे या चलते पानी में एडीज मच्छर अंडे नहीं देती हैं। इसके लिए थोड़ा सा यानी (एक चम्मच) पानी भी पर्याप्त होता है, एडीज मच्छर केवल दिन में ही काटता है। इसलिए घर के अंदर भी पूरे कपड़े पहनकर रहना चाहिए।

उन्होंने कहा कि अपने घरों या आसपास में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस तरह के मच्छरों को बढ़ाने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण योगदान कूलर, एसी और फ्रिज की ट्रे की भूमिका रहती हैं। क्योंकि इसी तरह के जगहों पर एडीज मच्छर अंडे देती हैं, इसलिए फ्रिज की ट्रे को भी नियमित रूप से साफ करते रहें। बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाएं और चिकित्सीय परामर्श लेने के बाद ही अपना इलाज़ करायें लेकिन अपनी मर्जी से दवा दुकान से दवा खरीदकर न खाएं। बल्कि चिकित्सक से उपचार करने के बाद ही दवा खाने चाहिए।

मच्छर के प्रकोप से बचाव के लिए महत्वपूर्ण बातें:

-घर में साफ-सफाई पर ध्यान रखें और कूलर, गमले का पानी रोज बदलें।

-सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें और दिन में मच्छर भागने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें।

-पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहने एवं कमरों की साफ़-सफाई के साथ उसे हवादार रखें।

-आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें और गंदगी वाले स्थानों पर कीटनाशक का प्रयोग करें।

-खाली बर्तन एवं सामानों में पानी जमा नहीं होने दें और इकठ्ठे हुए पानी में किरोसिन तेल डालें।

-डेंगू के लक्षण मिलने पर तुरंत ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।