सी०एम० कॉलेज, दरभंगा में स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर झंडोत्तोलन एवं कार्यक्रम का आयोजन।

#MNN@24X7 दरभंगा, सी०एम० कॉलेज, दरभंगा उत्तरी बिहार का एक ऐसा ऐतिहासिक कॉलेज है जो आजादी से पूर्व 1938 से मिथिलांचल में छात्र- छात्राओं को शिक्षित करने के साथ- साथ राष्ट्रीय आंदोलन का भी मुख्य केन्द्र रहा है। पंडित ललित नारायण मिश्रा और जननायक कर्पूरी ठाकुर जैसे राजनेताओं ने इसी कॉलेज से राजनीति का सबक पढा और राष्ट्रीय आंदोलन में बढ़ चढ़ कर भाग लिया। इसीलिए इस महाविद्यालय में पढ़ने वाली नई पीढ़ी को इसके ऐतिहासिक मूल्यों की रक्षा करने का प्रण लेना चाहिए।

उक्त बातें प्रधानाचार्य प्रो० मुश्ताक अहमद ने कही। प्रो०अहमद झंडोतोलन के बाद कॉलेज के छात्र- छात्राओं एवं शिक्षक- शिक्षकेत्तर कर्मियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा प्रजातंत्र है और हमें यह आजादी एक कठिन परिश्रम एवं कुर्बानियों के बाद मिली है। इसलिए आज पूरे विश्व के विश्वविद्यालयों में भारत के राष्ट्रीय आंदोलन का इतिहास पाठ्यक्रम का हिस्सा है, क्योंकि हमने यह आजादी सत्य और अहिंसा की बदौलत हासिल की है।

उन्होंने कहा कि किसी भी देश के नागरिकों का कर्तव्य और दायित्व के प्रति सचेत रहना देश को सबल बनाता है। इसलिए हम सभी को अपने अधिकार के साथ- साथ अपने कर्तव्यों और दूसर के अधिकारों की सुरक्षा के प्रति भी कटिबद्ध रहना चाहिए। इस अवसर पर महाविद्यालय के एनसीसी के कैडेट्स एवं एनएसएस के स्वयंसेवकों ने राष्ट्रीय गीतों के द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों में स्थान पाने वाले छात्र- छात्राओं को मेडल, शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र के द्वारा सम्मानित किया गया।