स्वतंत्रता के पश्चात् सभी क्षेत्रों में बदलाव हमारी उपलब्धि – प्रो.दमन कुमार झा

स्वतंत्रता आन्दोलन में मिथिला की अलग पहचान – प्रो० अशोक कुमार मेहता

#MNN@24X7 दरभंगा, आज दिनांक 14.08.2023 को स्वतंत्रता दिवस की 77वीं वर्षगाॅंठ के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय मैथिली विभाग में विभागाध्यक्ष प्रो० दमन कुमार की अध्यक्षतामे कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए विभाग के वरीय शिक्षक प्रो० अशोक कुमार मेहता ने राष्ट्रीय चेतनासे सम्बन्धित विभिन्न पक्षों पर प्रकाश डालते हुए स्वतंत्रता आन्दोलन में मिथिला की महती भूमिका को भी उजागर किया।

उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा की हम मिथिलावासी सौभाग्यशाली हैं, जहाँ राष्ट्रपिता बापू परिवार सहित मिथिला आकर यहाॅ के लोगों को जीवन में आगे बढ़ने हेतु अनेक सुधारात्मक कार्य किये। वहीं विभागाध्यक्ष प्रो० दमन कुमार झा ने स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् वर्तमान समय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।

उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा की शिक्षा, भूख, गरीबी, असमानता जैसी प्राचीन समस्याएँ जो पहले थी वह वर्तमान में नहीं है। आज हमारा देश भारत विकासशील देशों की श्रृंखला में अपना अलग पहचान लिये खड़ा है। आज हम अपने घर बैठे पूरे विश्व का भ्रमण कर सकते हैं।

विभाग की शिक्षिका डॉ० अभिलाषा कुमारी ने अपने सम्बोधन में कहा की आज हम लोग विविध स्तरों पर राष्ट्रीय चेतना और विमर्श की बात करते हैं, आज चिंतन या विमर्श की आवश्यकता नहीं है अपितु आवश्यकता है -मूल्यांकन की। देश जिस गति से आगे बढ़ रहा है, हम किसी-न-किसी रूप में उसके साक्षी हैं, इसे और गति देने के लिए आवश्यक है कि हम दूसरों की ओर ध्यान आकर्षित न करते हुए समय एवं परिस्थिति के अनुसार स्वयं का मूल्यांकन करें।

विभागीय शिक्षक डॉ० सुरेश पासवान ने कहा कि जब कभी भी हम राष्ट्रीय चेतना की बात करते हैं तो हमे यह ध्यान देना होगा कि सामाजिक, राजनीतिक ऐतिहासिक विषयों के अतिरिक्त साहित्य के माध्यम से हुए प्रयास आम-लोगों के जनजीवन पर कितना व्यापक असर डाल सका है क्योंकि साहित्य समाज के लिए होता है। साहित्य की अवधारणाएँ सामाजमे निहित होती है। जब तक एक सबल और सार्थक समाज का निर्माण नहीं होगा, हम विकसित देश की परिकल्पना कैसे कर सकते हैं। आयोजित संगोष्ठी मे शोधार्थी एवं छात्र- छात्रों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये।

सहायक प्राचार्य सह शोधार्थी श्री प्रमोद कुमार पासवान ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि युवा शक्ति ही देश का भविष्य है। हमारा देश भारत आज भी युवा शक्ति पर निर्भर है। कार्यक्रम के अन्त में विभाग के वरीय शिक्षक प्रो० अशोक कुमार मेहता द्वारा स्वरचित राष्ट्रीय गीत ‘आन तिरंगा, मान तिरंगा, भारत का अभिमान तिरंगा’ गायन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।

इस कार्यक्रम में विभाग के शोधार्थी भोगेन्द्र प्रसाद सिंह, दीपक कुमार, दिपेश कुमार, नीतू कुमारी, हरेराम पंडित, राजनाथ पंडित, मनीष कुमार, मनोज पंडित, शालिनी कुमारी, हरिमोहन यादव, राहुल गुप्ता, प्रियंका कुमारी, पार्वति कुमारी, नेहा कुमारी, अम्बालिका कुमारी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रो अशोक कुमार मेहता तथा धन्यवाद ज्ञापन डा अभिलाषा कुमारी ने किया।