#MNN24X7 आज दिनांक 25.02.2023 को दूरस्थ शिक्षा निदेशालय अंतर्गत संचालित बी.एड. (नियमित ) के द्वारा एनसीटीई के निर्देशानुसार ‘ कॉउंसलिंग ऑफ स्टूडेंट – टीचर फ़ॉर कॉपिंग विद एग्जाम स्ट्रेस’ विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया । वेबिनार के विषय का परिचय देते हुए बी .एड. (नियमित) के विभागाध्यक्ष डॉ अरविंद कुमार मिलन ने कहा कि आज के बदलते परिवेश में छात्र- छात्राएं छोटी छोटी बातों पर तनाव ग्रस्त हो जाते हैं, जिसमें से एक परीक्षा भी महत्त्वपूर्ण विषय है । परीक्षा के साथ साथ जीवन में आने वाले विभिन्न तनावों को छात्रों को हमेशा सकारात्मक तरीके से लेना चाहिए । सकारात्मक सोच के साथ ही हम जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं ।
‘परीक्षा के तनाव : लक्षण एवं कारण’ पर प्रकाश डालते हुए डॉ निधि वत्स ने कहा कि परीक्षा को लेकर छात्र छात्राएं हमेशा तनाव में रहते हैं । इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे- माता-पिता, समाज, साथी समूह के उम्मीदों पर खड़े उतरना सहित कई अन्य कारण भी होते हैं जो छात्रों को तनाव की ओर धकेल देते हैं ।
‘परीक्षा तनाव के प्रबंधन’ पर अपनी बातों को रखते हुए डॉ मिर्ज़ा रुहल्लाह बेग ने कहा कि परीक्षा के समय तनाव होना बिल्कुल सामान्य-सी बात है लेकिन, अत्यधिक तनाव हमारे लिए घातक सिद्ध हो सकती है । उन्होंने कहा कि छात्रों को परीक्षा के अंतिम समय में तैयारी शुरू करने की जगह सतत रूप से अपने पूरी पढ़ाई को व्यवस्थित करके करना चाहिए । जटिल विषयों को पहले समाप्त करना चाहिए एवं हमेशा सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए।
‘परीक्षा तनाव के उपचार’ पर अपनी बातों को रखते हुए सी एम कॉलेज, मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अमृत कुमार झा ने कहा कि छात्रों को परीक्षा को लेकर बिल्कुल भी तनाव में नहीं आना चाहिए । उन्होंने कहा कि पढ़ाई करते समय छात्रों को 40 : 20 के अनुपात में पढ़ना चाहिए जिसमें 40 मिनट के पढ़ाई के उपरांत 20 मिनट का ब्रेक लेना चाहिए और पढ़े हुए चीजों का ध्यान करना चाहिए । उन्होंने कहा कि हम अक्सर नकारात्मक सोच से घिर जाते हैं इससे निजात पाने के लिए हमें हर रोज तीन सकारात्मक कार्य को डायरी में लिखना चाहिए एवं जब भी हम तनावग्रस्त हो जाएं तो उन्हें पढ़ना चाहिए कि हमने कितने सारे अच्छे कार्य किये हैं । उन्होंने कहा कि जीवन में वही अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है जो छोटी छोटी बातों में उलझे बिना सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते हैं । तनाव जीवन का एक हिस्सा है, हमें इसे अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ कुमारी स्वर्णरेखा के द्वारा दिया गया ।
इस वेबीनर में विभाग के सभी शिक्षकों एवं बी.एड. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
एनसीटीई के ही निर्देशानुसार जनवरी माह में ‘एक भारत श्रेष्ट भारत’ के तहत पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें शहरीन एवं उत्सव कुमार को प्रथम, रुपांशी एवं अभिलाषा भारती को द्वितीय तथा रेशम एवं सोनालिका सुमन को तृतीय स्थान प्राप्त हुए थे ।
विदित हो कि एनसीटीई ने शिक्षण प्रशिक्षण संस्थानों को जनवरी 2023 से अगस्त 2023 तक ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत माह वार आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम की सूची जारी की है ।