#MNN@24X7 दरभंगा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर संजय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में उनके आवासीय कार्यालय कक्ष में बुधवार को वित्त समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें वित्तीय परामर्श डा दिलीप कुमार, वित्त समिति के सदस्य अरविंद सिंह, गोपाल चौधरी तथा श्याम सुंदर विश्वकर्मा, सदस्य सचिव के रूप में वित्त पदाधिकारी राजन कुमार सिंह, आमंत्रित सदस्य के रूप में कुलसचिव डा अजय कुमार पंडित, विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में विधि सह बजट पदाधिकारी डा सोनी कुमारी तथा प्रभारी सहायक वित्त पदाधिकारी डा श्रीमोहन झा उपस्थित थे।
कुलपति द्वारा सदस्यों के स्वागत एवं अनुमति से बैठक की कार्यवाही प्रारंभ हुई, जिसमें वित्तीय वर्ष 2024- 25 के बजट को संशोधन के साथ अनुमोदित किया गया।
निर्णय लिया गया कि छात्र- छात्राओं के हित को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय स्थित स्वास्थ्य केन्द्र संचालन करने पर विचार किया गया। साथ ही स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों के लिए पांच बेड की व्यवस्था की जाए तथा इलाज की व्यवस्था हेतु मेडिकल कॉलेज तथा यहां खुलने वाले मेदांता हॉस्पिटल के साथ एमओयू किया जाए। इसके लिए कुलसचिव को अधिकृत किया गया। कुलसचिव इस कार्य को 60 दिनों के अंदर संपादित करेंगे। इन कार्यों में होने वाले अनुमानित व्यय को वित्तीय वर्ष 2024- 25 के बजट में सम्मिलित किया जाए।
विश्वविद्यालय प्रेस को आधुनिक बनाने हेतु प्रेस द्वारा प्राप्त बजट में वृद्धि करते हुए विश्वविद्यालय के वित्तीय वर्ष 2024- 25 के बजट में सम्मिलित करने का निर्णय लिया गया। वहीं परीक्षा विभाग के ऑटोमेशन हेतु राशि की व्यवस्था वित्तीय वर्ष 2024- 25 के बजट में शामिल किया जाए। विश्वविद्यालय के खेल एवं संस्कृति निदेशालय के गठन हेतु अनुमानित व्यय को भी बजट में शामिल करने की सहमति प्रदान की गई। विश्वविद्यालय में सुरक्षा के दृष्टिकोण से सीसीटीवी कैमरा लगाने के प्रावधान बजट में किया जाए।
कॉरपोरेट ऑफिस की तरह विश्वविद्यालय में भी ऑफिस के निर्माण हेतु बजट में का प्रावधान करने का निर्णय लिया गया, जिसके तहत विश्वविद्यालय के प्रत्येक कार्यालय में पदाधिकारी एवं कर्मियों के बैठने के लिए चेंबर का निर्माण तथा शिक्षककेत्तर कर्मियों के कंप्यूटर प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।
विश्वविद्यालय के भवनों को बिजली के वज्रपात से सुरक्षा हेतु सभी भवनों पर ‘निनाल’ लगाने की व्यवस्था करने के साथ ही विश्वविद्यालय में ‘वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट’ लगाने का भी निर्णय लिया गया, जिनके अनुमानित लागत की जानकारी अभियंत्रण शाखा से प्राप्त कर बजट में शामिल किया जाए।
निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय परिसर में 4 से 6 ‘हाई मास्क टावर’ का निर्माण किया जाए, इनके व्यय को भी बजट में शामिल किया जाए। स्नातकोत्तर विभागों में ललित नारायण, विद्यापति, कर्पूरी ठाकुर, नागार्जुन, अम्बेडकर, लक्ष्मी नाथ गोसाई, अयाची मिश्र, उदयनाचार्य, मंडल मिश्र तथा दिनकर आदि चेयरों की स्थापना हेतु बजट में प्रावधान करने का निर्णय लिया गया, जिसे संबंधित व्ययों को विभागों द्वारा मंगाकर बजट में शामिल कर लिया जाए।
अन्यान्य मदों में स्नातकोत्तर विभागों के आकस्मिक व्यय हेतु तथा प्रयोगशाला संचालित विभागों हेतु स्थाई अग्रिम करने का निर्णय लिया गया। गोपाल चौधरी की मांग पर निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय मुख्यालय एवं स्नातकोत्तर विभागों में जरूर के हिसाब से वॉटर प्यूरीफायर सह कूलर की व्यवस्था किया जाए। विश्वविद्यालय मुख्यालय एवं अधीनस्थ अंगीभूत महाविद्यालयों में आउटसोर्स पर कार्यरत कर्मियों की समीक्षा हेतु कुलसचिव को दायित्व दिया गया। समीक्षा में अतिरिक्त कर्मियों की आवश्यकता की जानकारी शामिल की जाएगी। सदस्य सचिव के धन्यवाद ज्ञापन के पश्चात् अध्यक्ष की अनुमति से वित्त समिति की बैठक समाप्त की गई।