ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा को शिक्षार्थियों के डोर टू डोर पहुंचाने में हम हो सकते हैं सक्षम- प्रो प्रेम मोहन।
ऑडियो- वीडियो मूक्स लैब में रिकॉर्डेड व्याख्यानों से शिक्षा को जन- जन तक पहुंचाने का सपना हो सकेगा साकार- डा चौरसिया।
#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा परिसर में स्थापित एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर स्थित ऑडियो- वीडियो मूक्स लैब में गत 12 जून से संचालित पीजी विभागों के शिक्षकों की कार्यशाला के सातवें दिन आज विश्वविद्यालय रसायन विज्ञान, गणित विभाग तथा एआईएच एवं सी विभाग के शिक्षकों की महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें रसायन विभागाध्यक्ष प्रो प्रेम मोहन मिश्र, गणित विभागाध्यक्ष डा ऐजाज अहमद, ऑडियो- वीडियो लैब के कोऑर्डिनेटर डा आर एन चौरसिया, डा धर्मेन्द्र कुमार यादव, डा अभिमन्यु कुमार, डा नेहा वर्मा, विपुल स्नेही, डा कुशेश्वर यादव, डा विकास कुमार सोनू, प्रशांत कुमार झा, अभय चन्द्र यादव, विपुल कुमार, मनीष कुमार, आईटी सेल के इ मुकुंद माधव, इ एस टी हसन, अर्जुन कामति, मो जहीरुद्दीन तथा इ राम भरत चौहान आदि ने भाग लिया।
आपने उद्घाटन संबोधन में विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो प्रेम मोहन मिश्र ने कहा कि आज का युग परिवर्तन का है, जिसमें शिक्षा के क्षेत्र में भी तेजी से परिवर्तन हो रहा है। ऑफलाइन माध्यम से जहां हम सीमित छात्रों को ही पड़ा सकते हैं, वहीं ऑनलाइन माध्यम से दुनिया के असंख्य छात्र कम खर्च में ही घर बैठे उत्तम शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा को शिक्षार्थियों के डोर टू डोर पहुंचाने में भी हम सक्षम हो सकते हैं। ऑनलाइन शिक्षा- व्यवस्था शिक्षा पर व्यय को कम करने का एक महत्वपूर्ण उपाय है। आज ऑनलाइन शिक्षा का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जहां प्राचीन काल में शिक्षा युवाओं को संस्कारित करती थी। वहीं बाद में शिक्षा का उद्देश्य ज्ञान प्रदान करना बना, परंतु आज ज्ञान के साथ- साथ ही शिक्षा अर्थकरी भी हो गई है।
कार्यशाला में भाग ले रहे शिक्षकों एवं आयोजकों का स्वागत करते हुए ऑडियो- वीडियो मूक्स लैब के कोऑर्डिनेटर डा आर एन चौरसिया ने कहा कि इस लैब में रिकॉर्डेड व्याख्यानों से शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाने के सपने को साकार करने में काफी मदद मिलेगी। लैब के उपकरणों तथा तकनीशियनों की विशेषज्ञता उच्च गुणवत्तापूर्ण रिकॉर्डिंग में विशेष मददगार साबित हो होंगे। उन्होंने कहा कि 28 जून को कार्यशाला की समाप्ति के बाद कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह से आदेश प्राप्त कर शिक्षकों के ऑडियो- वीडियो व्याख्यानों को रिकॉर्ड करने हेतु आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। इन गुणवत्तापूर्ण रिकॉर्डेड व्याख्यानों को लाइव, यूट्यूब,फेसबुक या व्हाट्सएप आदि माध्यमों से दूरस्थ एवं जरूरतमंद छात्र- छात्राओं को भी उपलब्ध कराया जाएगा।
डा चौरसिया ने बताया कि कल 27 जून को भी एड रेगुलर तथा डब्ल्यू आई टी के शिक्षकों की कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
विश्वविद्यालय आईटी सेल के इ मुकुंद माधव ने व्याख्यान – रिकॉर्ड करने की तकनीकी पहलुओं की विस्तार से जानकारी देखते हुए लैब से लाइव वर्ग संचालन तथा व्याख्यानों को ऑडियो एवं वीडियो मोड में रिकॉर्ड कराने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों की भी जानकारी दी। धन्यवाद ज्ञापन इ एस टी हसन ने किया।