कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह की अध्यक्षता में हुई प्रधानाचार्यों की ऑनलाइन बैठक में दिए गए कतिपय आवश्यक निर्देश।

ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा प्रपत्र नहीं भर पाए परीक्षार्थियों को विश्वविद्यालय ने दिया 16 एवं 17 जून को चौथी बार अंतिम अवसर।

#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में प्रधानाचार्यों की ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई, जिसमें कुलपति ने कई आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में कुलसचिव डा अजय कुमार पंडित, डा अवनि रंजन सिंह, महाविद्यालय निरीक्षक (कला एवं वाणिज्य) प्रो अशोक कुमार मेहता, उपपरीक्षा नियंत्रक डा मनोज कुमार तथा डा आनंद प्रकाश गुप्ता आदि भी उपस्थित थे।

विश्वविद्यालय प्रशासन स्नातक द्वितीय खंड के ऐसे छात्र- छात्राएं जो परीक्षा प्रपत्र भरने के योग्य हैं, उन्हें ऑनलाइन परीक्षा प्रपत्र भरने का तीन अवसर पूर्व में प्रदान किया था। फिर भी किसी कारण से कुछ परीक्षार्थी ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा प्रपत्र नहीं भर पाए हैं, वैसे परीक्षार्थियों को चौथी बार अंतिम रूप से अवसर प्रदान करते हुए ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा प्रपत्र भरने का मौका दिया है।ऐसे परीक्षार्थी ऑफलाइन माध्यम से अपना परीक्षा प्रपत्र अपने महाविद्यालय में जमा करेंगे।

महाविद्यालय ऑफलाइन माध्यम से परीक्षा प्रपत्र 16 जून (शुक्रवार) तथा 17 जून (शनिवार) को महाविद्यालय में स्वीकार करेंगे। इस हेतु महाविद्यालय को परीक्षा प्रपत्र का प्रारूप तथा परीक्षा शुल्क का ब्यौरा ईमेल के माध्यम से भेजा जा रहा है। महाविद्यालय परीक्षा प्रपत्र के प्रारूप की प्रिंट कॉपी दो प्रतियों में परीक्षार्थी को उपलब्ध कराएगा। परीक्षार्थी इस प्रारूप को भरकर अपने दो फोटो लगाकर स्वहस्ताक्षरित प्रपत्र महाविद्यालय को समर्पित करेंगे। महाविद्यालय परीक्षा प्रपत्र स्वीकार करने एवं परीक्षा शुल्क जमा लेने से पहले संबंधित परीक्षार्थी के स्नातक द्वितीय खंड में परीक्षा प्रपत्र भरने की योग्यता की सख्ती से जांच करेंगे। तदुपरांत ही किसी भी परीक्षार्थी का परीक्षा प्रपत्र स्वीकार करेंगे।

महाविद्यालय के स्तर पर परीक्षा प्रपत्र स्वीकार करने वाले अधिकृत व्यक्ति परीक्षा प्रपत्र के बायीं ओर अलाउड लिखकर अपना पूरा हस्ताक्षर दर्ज करेंगे। अनुपयुक्त परीक्षार्थी का परीक्षा प्रपत्र स्वीकार किए जाने पर उन्हें जिम्मेदार होना पड़ेगा। महाविद्यालय एक प्रति में ही परीक्षा प्रपत्र स्वीकार करेगा और परीक्षा प्रपत्र की दूसरी प्रति विद्यार्थी को प्रपत्र प्राप्ति दर्ज करते हुए लौटा देंगे, जिसे परीक्षार्थी अपने पास सुरक्षित रखेंगे।

स्नातक द्वितीय खंड में वैसे छात्र-छात्राएं ही परीक्षा प्रपत्र भरने के योग्य होंगे जो स्नातक प्रथम खंड की परीक्षा में या तो उत्तीर्ण हो या प्रमोटेड हों। स्नातक प्रथम खंड की परीक्षा में अनुत्तीर्ण छात्र परीक्षा प्रपत्र नहीं भर सकते। साथ ही स्नातक द्वितीय खंड के पूर्व के वर्षों (सत्र 2018- 21, 2019- 22 तथा 2020- 23) के अनुत्तीर्ण अथवा प्रमोटेड छात्र भी परीक्षा प्रपत्र भर सकते हैं। विदित हो कि वर्तमान वर्ष में स्नातक द्वितीय खंड के केवल 2018- 21, 2019- 22 तथा 2020- 23 के पूर्ववर्ती परीक्षार्थी एवं सत्र 2021- 24 के नियमित छात्र- छात्राएं ही अपना परीक्षा प्रपत्र भर सकते हैं। अर्थात् सत्र 2017- 20 या उससे पिछले सत्रों के छात्र इस वर्ष स्नातक द्वितीय खंड में परीक्षा प्रपत्र भरने के योग्य नहीं होंगे।

परीक्षार्थियों से परीक्षा प्रपत्र स्वीकार करने से पहले अधिकृत व्यक्ति अनिवार्य रूप से यह सुनिश्चित कर लेंगे कि परीक्षा प्रपत्र के साथ निम्न कागजात संलग्न हो-

हाल में खींचे पासपोर्ट साइज के दो फोटो, यूनिवर्सिटी पंजीयन रसीद की कॉपी, स्नातक प्रथम खंड का एडमिट कार्ड, सत्र 2021- 24 के नियमित छात्र के पार्ट वन का अंकपत्र तथा सत्र 2018- 21, 2019- 22 तथा 2020- 23 के पूर्ववर्ती छात्रों के पार्ट वन का अंकपत्र तथा पार्ट 2 के प्रमोटेड अथवा फेल छात्र का अंकपत्र।

महाविद्यालय प्रशासन दिनांक 18 जून, 2023 (रविवार) को सभी स्वीकार किए गए परीक्षा प्रपत्र सूचीबद्ध करते हुए विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग में अपने विशेष दूत के माध्यम से अनिवार्य रूप से समर्पित करेंगे। ‌साथ ही इन समर्पित परीक्षा प्रपत्रों का ब्यौरा विश्वविद्यालय द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे डैशबोर्ड के माध्यम से सॉफ्ट फॉर्म में भी परीक्षा विभाग को उपलब्ध कराएंगे।

महाविद्यालय के प्रधानाचार्य यह भी सुनिश्चित करेंगे कि उनके छात्र परीक्षा फॉर्म विश्वविद्यालय लेकर नहीं आएंगे, क्योंकि कल से विश्वविद्यालय में कोई भी परीक्षा प्रपत्र अलग से स्वीकार नहीं किए जाएंगे। साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित तिथि बीतने के बाद किसी भी परिस्थिति में परीक्षा प्रपत्र स्वीकार नहीं किया जाएगा।