#MNN@24X7 बगहा, बारिश के बाद पहाड़ी नदियों के जलस्तर में उफान से बाघों का आशियाना वाल्मीकि टाईगर रिजर्व पानी-पानी हो गया है.

नदियों के जलस्तर में वृद्धि के बाद जंगली इलाकों में रहने वाले लोगों के साथ ही वन्य प्राणियों की परेशानी भी बढ़ गई हैं. वही पहाड़ी नदी भपसा और मनोर में उफान के बाद बगहा से वाल्मीकिनगर मुख्य सड़क पर बलजोरा के समीप पानी चढ़ गया है. जंगलों में पानी फैलने के बाद वन विभाग ने वन कर्मियों को अलर्ट किया है. तीन दिनों से बारिश हो रही है.

वहीं वाल्मीकि रिजर्व के साथ-साथ वाल्मीकिनगर समेत पहाड़ों पर जमकर बारिश हुई है, जिसके कारण पहाड़ी नदी अपने उफान पर है. पहाड़ी नदी मनोर और भपषा के जलस्तर में वृद्धि के बाद इन नदियों का पानी वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगलों में फैल गया है. इस दौरान बगहा- वाल्मीकिनगर मुख्य सड़क पर बलजोरा के पास सड़क पर पानी बह रहा है, जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है. वहीं जंगल में मनोर और भपषा नदी का पानी तेजी से फैल रहा है. लगातार हो रही बारिश के कारण VTR में नदी का पानी फैलने लगा है. ऐसे में जंगली जानवरों को परेशानी हो सकती है.

वही हरनाटांड नौरंगिया दोन वन सड़क पर जगह-जगह नदियों का पानी फैलने से दोन क्षेत्र के गांवों से हरनाटांड और बगहा अनुमंडल मुख्यालय के लिए ट्रैक्टर के सहारे किसी तरह लोग जरूरतमंद समान लेने लोग हरनाटांड आ रहे है. इसके साथ ही जंगल होकर गुजरी मनोर, भपसा, हारहा, झिकैरी, रोहुआ, मसान, कापस भलुही, आदि पहाड़ी नदियां उफान पर है. इन नदियों के उफान पर आने से वाल्मीकिनगर, गनौली, मदनपुर, हरनाटांड, चिऊटांहा, मंगराहा, गोवर्धना, रघिया वन क्षेत्रों के निचले इलाकों में पहाड़ी नदी और बारिश का पानी फैल रहा है.