#MNN@24X7 दरभंगा, 25 जुलाई, दरभंगा, प्रेक्षागृह में मुरर्हम त्योहार के अवसर पर प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को जिला दण्डाधिकारी राजीव रौशन एवं वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार द्वार संयुक्त रूप से ब्रिफ्रिंग की गई।
  
ब्रिफ्रिंग करते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रत्येक प्रतिनियुक्ति स्थल के दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी गंभीरता से ड्यूटी करेंगे एवं विधि-व्यवस्था संधारित रखेंगे तथा अपने आस-पास के आसूचना को संग्रहित करते रहेंगे, यदि विधि-व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न करने की आसूचना कहीं से मिलती है, तो तुरंत अपने वरीय पदाधिकारी एवं नियंत्रण कक्ष को सूचित करेंगे।
 
उन्होंने कहा कि सभी अपने-अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर समय से पहुँचेगे और अपने ड्यूटी के प्रति सचेत रहेंगे, यदि कहीं जाना हो, तो अपने थाना प्रभारी से कह कर जाएगें।
 
उन्होंने कहा कि मुहर्रम का जुलूस रात्रि में ही निकलता है, इसलिए रात की ड्यूटी सख्ती से करनी होगी। रात में 11ः00 बजे के बाद अकेले घुमने वाले हर व्यक्ति की जाँच पड़ताल करते रहेंगे।
 
उन्होंने थाना को हरेक अखाड़ा के साथ अपने किसी एक आदमी को टैग रखने का निर्देश दिया, ताकि वह आसूचना संग्रहण करता रहे। प्रत्येक अखाड़ा को 20-25 आदमी पर एक स्वंय सेवक पहचान पत्र के साथ रखवाने एवं उसकी सूची प्राप्त कर लेने का निर्देश सभी थाना को दिया गया। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों पर पुलिस बल की तैनाती रहेगी। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को 24 घंटे के लिए डिटेन कर रखा जा सकता है।
 
जिला दण्डाधिकारी ने दण्डाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों को ब्रिफ्रिंग करते हुए कहा कि कोई भी घटना शुरू में ही रोक दी जाए, तो उसमें काफी कम बल लगता है, लेकिन कुछ समय बीतने के पश्चात् वह बड़ा आकार ले लेता है, इसलिए छोटी से छोटी घटना को भी कोई हल्के में न लेंगे, यदि किसी घटना के घटित होने की पूर्व सूचना मिल जाती है, तो शुरू में ही दोनों पक्ष के साथ वार्ता कर उसे सुलझा लिया जाए।
 
उन्होंने कहा कि किसी घटना में अफवाह बहुत विकृत रूप से बहकावे का काम करता है। कहीं से भी सोशल मीडिया पर अफवाह की सूचना मिलती है, तो अपने  वरीय पदाधिकारी को सूचित करते हुए त्वरित कार्रवाई की जाए।
 
उन्होंने कहा कि जुलूस के रूट में पड़ने वाले छत वाले घरों के ऊपर एवं छज्जा पर रोड़ा, पत्थर न रहे, इसकी जाँच पड़ताल भी कर ली जाए। साथ ही ऐसे ऊँचे भवन चिन्ह्ति कर लिया जाए, जिन पर पुलिस बल की तैनाती रहेगी।
 
उन्होंने कहा कि प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं थाना प्रभारी अपने स्तर से आसूचना संग्रहित करते रहेंगे, इसके साथ ही जितने भी सरकारी कर्मी हैं, विकास मित्र, पंचयत रोजगार सेवक, राजस्व कर्मचारी, किसान सलाहकार, सभी अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय रहेंगे और किसी प्रकार की सूचना मिलते ही अपने वरीय पदाधिकारी या नियंत्रण कक्ष को सूचित करेंगे। आसूचना प्राप्त करने के लिए सभी पीडीएस डीलर्स को भी शामिल किया जाए।
 
उन्होंने प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, प्रखण्ड पंचायत राज पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को अपने क्षेत्र के सभी निर्वाचित पंचायत जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर लेने व फीडबैक ले लेने का निर्देश दिया।
 
उन्होंने कहा कि यदि सम्प्रदायिक सोहार्द बिगाड़ने में किसी पंचायत जन प्रतिनिधियों की संलिप्ता पाई जाएगी, तो बिहार पंचायत राज अधिनियम की धारा 18(5) के अंतर्गत उन्हें पद मुक्त करने की कार्रवाई की जाएगी और यदि कोई अपराध को दोहराते हुए पाया जाता तो संबंधित अनुमण्डल पदाधिकारी को सीआरपीसी की धारा – 110 के तहत कार्रवाई करेंगे। 110 में सजा होगी, तो वह चुनाव नहीं लड़ पायेगा।

उन्होंने कहा कि पर्व के अवसर नये लड़के छुट्टी पर घर आते है और किसी घटना के अवसर पर आसानी से बहकावें में आ जाते है, उन पर नजर रखने की जरूरत है।
 
प्रखण्ड स्तर पर दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी का एक व्हाट्स एप ग्रुप बना लेने का निर्देश दिया गया, जिसमें सभी अपना लोकेशन साझा करते रहेंगे। जिला नियंत्रण कक्ष से भी उनका लोकेशन लिया जाएगा, यदि कोई दण्डाधिकारी अनुपस्थित पाए जाएगें, तो कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। उन्हें समझना होगा विधि-व्यवस्था की ड्यूटी सर्वोपरि होती है।
 
जिला दण्डाधिकारी ने बारी-बारी से सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी से तथा वरीय पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारी से उनके क्षेत्र के संवेदनशील स्थलों की जानकारी प्राप्त की।
 
बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक सागर कुमार, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता,अनुमण्डल पदाधिकारी, बिरौल संजीव कुमार कापर, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, सदर अमित कुमार, भूमि सुधार उप समाहर्त्ता, सदर राकेश रंजन, विशेष कार्य पदाधिकारी गौरव शंकर, वरीय उप समाहर्त्ता राहूल कुमार, टोनी कुमारी, पुष्पिता झा, अभिषेक रंजन,
पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) राज किशोर कुमार, पुलिस उपाधीक्षक बिरौल मनीष चंद्र, डी.एस.पी. (लाइन) एवं अन्य संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित थे।