•100 से अधिक मरीजों की जांच व परामर्श दी गई
•डायबिटीज से बचने के लिए जीवनशैली में बदलाव जरूरी: सिविल सर्जन
•डायबिटीज की रोकथाम के लियाए नियमित तौर पर करें योगासन
•मरीजों को संयम व सतर्कता अत्यंत जरूरी

#MNN@24X7 मधुबनी,14 नवंबर, विश्व मधुमेह दिवस के उपलक्ष्य में सदर अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ सिविल सर्जन डॉक्टर नरेश कुमार भीमसारिया ने दीप प्रज्जवलित कर किया। मौके शिविर लगाकर 100 से अधिक मरीजों की जांच व परामर्श दी गई। इस मौके सिविल सर्जन ने कहा कि मधुमेह को लेकर दिन प्रतिदिन स्थिति भयावह होती जा रही है। परहेज, व्यायाम और दवाओं के जरिए इस पर काबू पाकर लंबा और स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है। ऐसे में आवश्यकता लोगों को जागरूक करने की है। इसे नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली और खानपान में बदलाव लाने की जरूरत है। इसके अलावा योग व व्यायाम को रोजमर्रा में अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए। जो न केवल मधुमेह बल्कि अन्य बीमारियों जैसे उच्च रक्तचाप, हृदय रोग आदि से भी बचाएगा. स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार जिले मधुमेह जांच के लिए 1 सितंबर 2020 से अब तक 6,49,574 व्यक्तियों का पंजीयन किया गया जिसमें 6,19,897 व्यक्तियों का स्क्रीनिंग किया गया जिसमें 2,80,524 महिला तथा 3,39,373 पुरुष शामिल है. वही 1 अप्रैल 2022 से लेकर 13 नवंबर 2023 तक 2,93,031 व्यक्तियों का पंजीयन किया गया जिसमें 2,82,829 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया जिसमें 1,26,366 महिला तथा 1,56,463 पुरुष शामिल हैं. वही 30 से अधिक उम्र के 18,278 व्यक्तियों का स्क्रीनिंग किया गया जिसमें 12,553 महिला तथा 5,725 पुरुष शामिल है.

शुगर जांच करना ही डायबिटीज का नहीं है समुचित इलाज:

एनसीडीओ डॉ. एसके झा ने बताया मधुमेह के मरीजों के लिए संयम और सतर्कता आवश्यक है। मरीज खानपान और स्वास्थ्य का बेहतर ध्यान रखकर इस बीमारी पर नियंत्रण रख सकते हैं। दवा का नियमित सेवन रक्त शर्करा की नियमित निगरानी सटीक आहार और व्यायाम की मदद से इस बीमारी को नियंत्रित रखा जा सकता है। डॉ झा ने बताया कि डायबिटीज मरीज का शुगर नियंत्रित नहीं रहने पर 5 से 10 दिनों के अंदर किडनी का नुकसान शुरू हो जाता है।

डायबिटीज रोगी इन बातों का रखें ध्यान :

•डायबिटीज में थोड़ा और आसानी से पचने वाला भोजन करना चाहिए
•सुस्त जीवन शैली के बजाय सक्रिय जीवन शैली को अपनाना चाहिए।
•डाइट में दलिया और मल्टीग्रेन आटा (मिलाजुला अनाज) शामिल करें।
•मांसाहार, शराब और सिगरेट आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए
•डिब्बाबंद आहार,जंक फूड, ज्यादा तेल मसाले वाले भोजन नहीं खाना चाहिए
•मीठे पदार्थ का सेवन कम करें
•तंबाकू और शराब का सेवन न करें
•नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम करें
•स्वस्थ भोजन शैली अपनाएं
•भोजन में फल और सब्जियों की मात्रा बढ़ाएं
•सामान्य वजन बनाकर रखें

मौके पर एनसीडीओ डॉक्टर एस एन झा, डीएमओ, डॉ अविनाश,डीपीएम पंकज मिश्रा, लक्ष्मीकांतसहित उनकर्मी उपस्थित थे.