07 अगस्त से चलेगा सघन मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम।

#MNN@24X7 दरभंगा, 15 जुलाई, दरभंगा, समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर सभागार में उप विकास आयुक्त प्रतिभा रानी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के जिला टास्क फोर्स एवं सघन मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम की तैयारी को लेकर बैठक आयेजित की गई।
 
बैठक में जिला स्वास्थ्य समिति के श्रीकान्त द्वारा स्वास्थ्य विभाग के प्रगति के संकेतकों की स्थिति को बारी-बारी से पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया गया। उन्होंने बताया कि 4 ए.एन.सी. भ्रमण कार्यक्रम में जून माह की उपलब्धि शत-प्रतिशत रही है। केवटी, बहेड़ी एवं हायाघाट को प्रगति करने की जरूरत है।
 
गर्भवती महिलाओं के बीच 180 आई.एफ.ए. टेबलेट के वितरण में जिले की उपलब्धि भी शत-प्रतिशत है। संस्थागत प्रसव में 85 प्रतिशत् उपलब्धि है। कुशेश्वरस्थान एवं बहादुरपुर में उपलब्धि न्यूनतम रहने के कारण पूछे गए।
 
एस.बी.ए. प्रसव में जिले की उपलब्धि 96 प्रतिशत रही। पूर्ण टीकाकरण में 81 प्रतिशत उपलब्धि जून माह की रही। टी.वी. में 67 प्रतिशत, एच.डब्लू.सी. की उपलब्धि 94.65 प्रतिशत और आर.बी.एस.के. की उपलब्धि 77 प्रतिशत् रही। परिवार नियोजन में उपलब्धि 23 प्रतिशत रही, जिसे बढ़ाने का निर्देश दिया गया।
 
दवा एवं टीका की उपलब्धि की समीक्षा में बताया गया कि जिला स्टॉक में 197 प्रकार की दवा एवं टीका उपलब्ध हैं, जिसकी तुलना में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में दवा का भंडारण रखने के निर्देश दिए गए।
 
बताया गया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में बीमारियों का लेब टेस्ट किया जा रहा है। भाव्या पोर्टल पर ओ.पी.डी. के मरीजों का शत-प्रतिशत प्रविष्टि करने के निर्देश दिये गये। मरीजों को चिकित्सकों द्वारा ऑनलाईन परामर्श देने की स्थिति 57 प्रतिशत रही, जिनमें बहादुरपुर, केवटी एवं दरभंगा सदर की स्थिति न्यूनतम रही।
 
बैठक में बताया गया कि मिजिल्स एवं रूबेला के उन्मूलन एवं पूर्ण टीकाकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत 05 वर्ष तक के बच्चों को दिये जाने वाले 12 बीमारियों के टीका कार्यक्रम में छूटे हुए बच्चों के टीकाकरण के लिए सघन मिशन इन्द्रधनुष के अंतर्गत तीन चक्र का कार्यक्रम निर्धारित है। पहले चक्र का कार्यक्रम 07 से 12 अगस्त तक, दूसरे चक्र का कार्यक्रम 11 से 16 सितम्बर तक एवं तीसरे चक्र का कार्यक्रम 09 से 14 अक्टूबर तक निर्धारित है। इस संबंध में बताया गया कि मिजिल्स एवं रूबेला को दिसम्बर तक खत्म करना है।
 
उप विकास आयुक्त ने बाढ़ के दौरान दुरूस्थ क्षेत्रों में टीकाकरण के लिए चलन्त टीका दल का गठन करने एवं नाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
 
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि इसके लिए प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को 21 हजार रूपये उपलब्ध कराये गये हैं, जिसका उपयोग वे कर सकते हैं। बैठक में आशा का चयन, वंडर एप, एम्बुलेंस हडताल की स्थिति की भी समीक्षा की गई।
 
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अमरेन्द्र कुमार मिश्र, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, एन.सी.डी.ओ. डॉ. सत्येन्द्र मिश्र, यूनिसेफ के एस.एम.सी. शशि कान्त सिंह एवं ओंकार चन्द्र, चाई प्रतिनिधि विजय पाठक, डब्लू.एच.ओ. के एस.एम.ओ. डॉ. अमित, डी.आई.एल. केयर महेन्द्र सोलंकी, वी.सी.सी.एम. यू.एन.डी.पी. पंकज कुमार झा, जिला स्वास्थ्य प्रबंधक शैलेन्द्र चन्द्रा सहित स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारीगण एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारीगण उपस्थित थे।