#MNN@24X7 दरभंगा: रविवार की सुबह नगर थानाक्षेत्र अंतर्गत महराजी पुल को तोड़कर कर गिराए जाने का स्थानीय लोगों ने विरोध कर दिया। इसके बाद काफी देर तक गहमागहमी का माहौल बना रहा है। अंत में स्थानीय निवासी सह भाजयुमो जिलाध्यक्ष बालेंदु झा द्वारा दरभंगा के जिलाधिकारी एवं नगर आयुक्त से वार्ता के बाद महराजी पुल को तोड़ने का कार्य रोकना पड़ा।
दरअसल, करीब एक वर्ष पूर्व महराजी पुल को तोड़कर नये पुल के निर्माण का शिलान्यास तत्कालीन डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने किया था। निर्माण एजेंसी द्वारा पुल के बगल में एक पाइप पुल बनाया गया था। पर उस मार्ग से केवल साइकिल रिक्शा आदि ही गुजर सकता है। ऐसे में शहर के पश्चिमांचल क्षेत्र में वार्ड 8, 9 एवं 23 अंतर्गत शुभंकरपुर, रत्नोपट्टी, वाजिदपुर आदि के लोगों केलिए चार चक्का वाहनों को ले जाने का दो वैकल्पिक मार्ग बचता है। एक मार्ग इमलीघाट पुल एवं दूसरा मार्ग किलाघाट पुल की तरफ से निकलता है। परंतु दोनों वैकल्पिक मार्गों में अतिक्रमण एवं गड्ढे आदि के साथ साथ कई जगह बिजली के पोल भी गड़े हैं। इसकारण इन दोनों मार्गो से इस क्षेत्र की गाड़ियों का गुजरना मुश्किल हो जाता है।
ऐसे में रविवार की सुबह जब महराजी पुल को तोड़ने का काम निर्माण एजेंसी ने शुरू किया तो स्थानीय लोगों ने इसका विरोध कर दिया। इस विरोध का नेतृत्व कर रहे बालेंदु झा ने तत्काल जिलाधिकारी राजीव रौशन को मामले से अवगत करवाया और सर्वप्रथम वैकल्पिक मार्ग से अतिक्रमण हटाने के साथ चौड़ीकरण एवं मरम्मती का अनुरोध किया ताकि पुल टूटने पर स्थानीय लोगों को वाहनों को लाने ले जाने में दिक्कत न हो।
बालेंदु झा ने बताया कि पूर्व में इस समस्या से जिलाधिकारी एवं नगर आयुक्त को अवगत करवाया जा चुका था। उन्होंने वैकल्पिक मार्ग को सही करने केलिए निरीक्षण दल का भी गठन कर दिया है। जब तक वैकल्पिक मार्ग सही नही होगा, महराजी पुल नहीं तोड़ा जाएगा।