#MNN@24X7 दरभंगा 14 मार्च 5 अप्रैल को दिल्ली में आयोजित विराट मजदूर किसान रैली की सफलता के लिए आज गुदरी स्थित किसान भवन प्रांगण में दरभंगा जिला किसान काउंसिल खेतिहर मजदूर यूनियन सीटू की संयुक्त कन्वेंशन किसान सभा के शिवनंदन यादव सीटू नरेंद्र मंडल खेतिहर मजदूर यूनियन ललितेश्वर पासवान की संयुक्त अध्यक्षता में संपन्न हुई
कन्वेंशन का उद्घाटन करते हुए सीटू राज्य महासचिव गणेश शंकर सिंह ने कहा कि कमरतोड़ महंगाई श्रमिकों का शोषण सार्वजनिक संपत्तियों की बिक्री एमएसपी की गारंटी देने वाला कानून बनाने खाद सुरक्षा कृषि संकट किसान मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ 5 अप्रैल को दिल्ली में आयोजित मजदूर किसान रैली की सफलता के लिए पूरे राज्य में व्यापक तैयारी चल रही है इसी परिपेक्ष में आज दरभंगा में भी किसान मजदूरों का संयुक्त कन्वेंशन आयोजित की गई है।
देश के मजदूर वर्ग और किसानों का शोषण देश के सत्तारूढ़ और शोषक वर्गों द्वारा नव उदारवादी आर्थिक नीति को लागू करने के चलते तेजी से बढ़ा है सरकार की नीति किसान आधारित कृषि को कारपोरेट आधारित कृषि में बदलना है इन नीतियों ने पिछले 3 दशकों में किसानों के बड़े वर्ग को तबाह कर दिया है इसी का नतीजा है कि 5 लाख 50000 से ऊपर लगभग किसानों ने आत्महत्या किया है कृषि संकट तेजी से बढ़ रही है खेतिहर मजदूरों के लिए कोई काम नहीं है रोजगार गारंटी योजना से मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है जिसके चलते ग्रामीण मजदूर की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है आर एस एसभाजपा के नेतृत्व वाली सरकार देश में पूरी तरह से लोकतांत्रिक फासीवादी संप्रदायिक दमनकारी शासन चला रही है भारत के इतिहास में यह सबसे अधिक मजदूर विरोधी किसान विरोधी सरकार साबित हुई है एक और यह सरकार नव उदारवादी नीतियों को आंख मूंदकर लागू कर रही है दूसरी और यह लोगों को उन नीतियों और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के ऊपर हमला कर रही है किसान मजदूरों के साथ-साथ रंगकर्मी पत्रकार सामाजिक कार्यकर्ता पर हमले हो रहे हैं देश को संप्रदायिक करण किया जा रहा है अल्पसंख्यकों मुस्लिमों ईसाइयों दलितों आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्गों पर धर्म और जाति के नाम पर हमला किया जा रहा है। सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को तेज कर हिंदू राष्ट्र की स्थापना का साजिश किया जा रहा है।नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद देश में मेहनत करने वाले सभी मजदूर किसान और खेत मजदूर पर हमले तेजी से बढ़ रहा है।
उन्होंने इसके खिलाफ 5 अप्रैल को दिल्ली में आयोजित मजदूर किसान रैली में बड़ी संख्या में दरभंगा से चलने की अपील की बिहार राज्य किसान सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष साथी ललन चौधरी ने कहा कि पूरे देश में मजदूर किसान का व्यापक मोर्चा बन रही है यह मोर्चा नरेंद्र मोदी के किसान मजदूर विरोधी नीति के साथ-साथ कारपोरेट कंपनी के खिलाफ व्यापक संघर्ष तेज करने के हो रही है केंद्र सरकार ने मजदूरों के लिए बने श्रम कानून को बदलकर 4 मजदूर विरोधी कानून बनाया है यह कानून पूजी पतियों के हित में है यह कानून उनके काम करने के अधिकार यूनियन बनाने का अधिकार 8 घंटे के काम का अधिकार अस्थाई नौकरी का अधिकार छुट्टी लेने का अधिकार और बोनस का अधिकार भविष्य निधि और पेंशन आदि शिव मजदूरों को वंचित करने के लिए कानून बनाया गया है उन्होंने इन नीतियों के खिलाफ किसान मजदूर को क मिलकर संघर्ष को तेज करने का आवाहन किया किसान सभा के प्रदेश संयुक्त सचिव श्याम भारती ने कहा कि यह सरकार महंगाई बढ़ा रही है खाद सुरक्षा को समाप्त करना चाह रही है श्रम कानून में बदलाव कर मजदूरों को मिल रहे अधिकारों पर हमला कर रही है किसानों को लाभकारी मूल्य नहीं मिल रहा है सकरी रेयाम लोहट चीनी मील और अशोक पेपर मिल बंद है नई उद्योग की स्थापना नहीं हो रही है बेरोजगारी बढ़ रही है नौजवान रोजगार के लिए भटक रहे हैं बाढ़ सुखाड़ का स्थाई निदान नहीं हुआ संकट बढ़ रहा है केंद्र सरकार किसान मजदूर विरोधी सरकार हैसरकार सार्वजनिक संपत्तियों को ओने पौने दामों पर बेच रही है जिससे आम लोगों में काफी आक्रोश है
कन्वेंशन में प्रस्ताव करदिल्ली रैली में दरभंगा से 3000 किसान मजदूर के साथ3 मार्च को ही जननायक एक्सप्रेस से दिल्ली चलने का निर्णय लिया गया
कन्वेंशन को किसान सभा की ओर से जिला सचिव राम सागर पासवान खेतिहर मजदूर यूनियन की ओर से संयोजक दिलीप भगत सीटू की ओर से जिला संयोजक हर्ष नारायण झा सीटू राज्य कमेटी सदस्य सत्य प्रकाश चौधरी रानी कुमारी साधना कुमारी पुष्पा झा सुधीर पासवान गणेश महतो विश्वनाथ पासवान आदि ने भी संबोधित किया।