#MNN@24X7 दरभंगा, ऐसे महान क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी दरभंगा लोकसभा क्षेत्र से पहले सांसद माननीय श्रीमान श्रीनारायण दास जी के प्रतिमा प्रखंड मुख्यालय में स्थापित किया जाना चाहिए ताकि अभी के युवा पीढ़ी जो उनको भूल गए हैं उन्हें याद करें और जो भी राजनीतिक में दिलचस्पी रखते हैं वह इन से प्रेरणा ले- प्रवीण
महान स्वतंत्रता सेनानी बिहार के दरभंगा जिला अंतर्गत केवटी प्रखंड के केवटी पंचायत के केवटी ग्राम निवासी स्वर्गीय श्रीनारायण दास आजादी के बाद दरभंगा से प्रथम सांसद चुने गए जो बिल्कुल एक ग्रामीण क्षेत्र से आते थे और विकास के नाम से जाने जाते थे इसलिए लोगों ने उनको चाहा और लगातार १७ साल तक लोकसभा में उनको अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा लोगों ने जिस उम्मीद और विश्वास के साथ उनको लोकसभा भेजा वह लोगों के लिए उससे कई गुना बेहतर किए और अपने क्षेत्र को विकसित करने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहे आज केवटी में जो कुछ भी है उनका ही देन है जैसे, केवटी में थाना, केवटी में प्रखंड व अंचल मुख्यालय, केवटी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र केवटी को विधानसभा का दर्जा इत्यादि सैकड़ों ऐसे चीज है जो उनका ही देन हैं उनके बाद कोई भी नेता या अधिकारी नहीं हुए हैं जो अपने क्षेत्र के विकास के लिए इतना प्रयत्नशील रहेंगे आज के डेट में युवाओं को आगे आकर इनसे प्रेरणा लेना चाहिए और अपने क्षेत्र के विकास के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए एक रिपोर्ट के अनुसार मैंने देखा कि जिस समय में यह चुनाव लड़ते थे उस समय में लोकसभा का क्षेत्र काफी ज्यादा बड़ा हुआ करता था उस समय में पैदल चलकर भिक्षाटन करते हुए चुनाव लड़े थे और श्री नारायण दास (१९०२ – १९८२ ) दरभंगा सेंट्रल लोकसभा से लगातार तीन बार १९५२ ,१९५७ और १९६२ में कांग्रेस के टिकट पर जीतनेवाले श्री नारायण दास विद्यालंकार विशारद १९६७ में जयनगर निर्वाचित क्षेत्र से चुनाव बदल जाने के कारण असफल AICC के १९३५ से १९५० तक सदस्य रहे दरभंगा जिला परिषद् के उपाध्यक्ष और सेंट्रल कोआपरेटिव बैंक लहेरियासराय के उपाध्यक्ष रहे दरभंगा जिला लाइब्रेरी एसोसिएशन के प्रेजिडेंट रहे का जन्म १९०२ में ग्राम केवटी में हुआ था इनकी शिक्षा अपने गांव की पाठशाला के बाद महंथ बंसीदास स्कूल पचाढ़ी वॉटसन स्कूल मधुबनी फिर एम एल ए अकेडमी लहेरियl सराय के बाद पटना में हुई थी ३ जून १९८२ को दरभंगा अस्पताल में मृत्यु हो गई।