वर्तमान वर्ष में देश के कई हिस्सों में लू चलने की संभावना है, सामान्यतः 45 डिग्री से ऊपर तापमान होने पर हीट वेभ की संभावना बढ़ जाती है, 47 डिग्री से अधिक तापमान भीषण हीट वेभ का सूचक होता है।
#MNN@24X7 दरभंगा, 23 मार्च, समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में जिलाधिकारी दरभंगा राजीव रौशन की अध्यक्षता में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा हीट वेभ के पूर्वानुमान को लेकर समुचित तैयारी को लेकर बैठक की गई।
बैठक में बताया गया कि वर्तमान वर्ष में देश के कई हिस्सों में लू चलने की संभावना है, सामान्यतः 45 डिग्री से ऊपर तापमान होने पर हीट वेभ की संभावना बढ़ जाती है, 47 डिग्री से अधिक तापमान भीषण हीट वेभ का सूचक होता है।
वही सामान्य तापमान से 5 डिग्री ऊपर विचलन होने पर हीट वेभ माना जाता है, हीट वेभ की संभावना को देखते हुए अग्नि शमन को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया, जिला अग्निशमन पदाधिकारी ने बताया कि बेनीपुर में दो, बिरौल में 03, दरभंगा सदर में 05, शकतपुर तारडीह में एक, जाले में एक, केवटी में एक, बहेड़ा थाना में एक, सिमरी थाना में एक, लहेरियासराय थाना में एक, घनश्यामपुर थाना में एक अग्निशमन वाहन तैनात है। जिलाधिकारी ने सभी वाहन में इंधन एवं पानी भरकर रखने के निर्देश दिए।
जिला अग्निशमन के कंट्रोल रूम का नंबर-06272-222707 है, वही बीएसएनल एवं जिओ से 101 नंबर पर डायल किया जा सकता है।
जिलाधिकारी ने कुशेश्वरस्थान पूर्वी में एक, मनिगाछी में एक, कुशेश्वरस्थान पश्चिमी में एक एवं मखाना अनुसंधान केंद्र में एक अग्निशमन वाहन, 01 अप्रैल से तैनात रखने के निर्देश दिए।
सिविल सर्जन को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ सब सेंटर को सक्रिय रखने तथा चलंत चिकित्सा दल को 01 अप्रैल से तैयार रखने का निर्देश दिया गया। हीट वेभ से पीड़ित व्यक्ति का प्राथमिक उपचार कैसे किया जाए इसका प्रशिक्षण सभी चिकित्सकों को दिलवाने का निर्देश दिया गया।
जिला परिवहन पदाधिकारी को वाहन के ऊपर यात्री नहीं बैठे, साथ ही सवारी बस के अंदर निर्धारित सीट से अधिक सवारी न रहें, यह सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया।
शिक्षा विभाग को 01 अप्रैल से 6:00 बजे पूर्वाह्न से 11:00 तक विद्यालय चलवाने, सभी विद्यालय में ओआरएस पेयजल एवं पंखा की व्यवस्था करने, विद्यार्थियों टोपी या रुमाल सर पर डाल कर आने जाने के लिए प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया गया।
जिला पंचायती राज पदाधिकारी को सभी नल जल योजना को चालू रखने तथा हीट वेभ के दौरान क्या करें, क्या न करें का प्रचार-प्रसार मुखिया जी एवं वार्ड पार्षद के माध्यम से करवाने के निर्देश दिए गए।
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे तक आंगनबाड़ी केंद्र चलाने के निर्देश दिए गए, कोई भी बच्चा खाली पेट न आए, खाली पेट न सोए, रात्रि में कुछ मीठा भोजन उन्हें कराया जाए यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि यदि आंगनबाड़ी केंद्र पर पंखा चलते नहीं पाया जाएगा तो वहां के सेविका को चयन मुक्त कर दिया जाएगा। इसे सुनिश्चित महिला पर्यवेक्षिका को यह सुनिश्चित कराने की जिम्मेवारी दी गई है की, लापरवाही पाए जाने पर महिला पर्यवेक्षिका एवं संबंधित सीडीपीओ भी जिम्मेवार माने जाएंगे, तथा कार्रवाई के भागी होंगी।
मनरेगा के तहत पूर्वाह्न 6:00 बजे से 11:00 बजे एवं अपराह्न 3:30 बजे से 6:30 बजे तक ही कार्य कराया जाएगा। उनके कार्यस्थल पर पेयजल की व्यवस्था और अस्थाई शेड की व्यवस्था की जाए। कार्यरत श्रमिक अपने सर पर गमछा या कोई वस्त्र रखकर काम ही करें।
जिला पशुपालन पदाधिकारी को पशु, पक्षियों के लिए पेयजल की व्यवस्था गड्ढा खोदवा कर करने तथा बीमार पशुओं के लिए चिकित्सा दल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने कहा कि आम लोगों से अपील है कि इस दौरान अपने छत पर भी पक्षियों के लिए कुछ पानी रखें।
पीएचइडी विभाग को सभी चापाकल दुरुस्त कर लेने के निर्देश दिए गए तथा जिन पंचायतों में भू-जल स्तर ज्यादा नीचे चला गया है, वहां के लिए पूर्व से तैयार रहने का निर्देश दिया गया। कार्यपालक अभियंता पीएचईडी ने बताया कि वर्तमान में भू-जल स्तर ठीक है लेकिन कुछ पंचायतों में यह नीचे है।
बिजली विभाग को वर्ग कक्षा चलते समय बिजली नहीं काटने का निर्देश दिया गया।
श्रम अधीक्षक को कारखाने व ईट भट्ठा में कार्यरत श्रमिकों के लिए पेयजल और ओ आर एस की व्यवस्था सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।
नगर निगम को स्थानीय व्यापारिक संगठन के सहयोग से प्रमुख स्थलों पर कूलर वाला प्याऊ लगवाने के निर्देश दिए गए।
सभी अंचलाधिकारीयों को अपने-अपने क्षेत्र में गैस गोदाम,विस्फोटक निर्माण स्थल, पेट्रोल पम्प का सर्वे कर सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
उन्हें अग्निकांड के पीड़ितों को 24 घंटे के अंदर मुआवजा का भुगतान कराने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि लोगों के बीच प्रचार किया जाए कि गर्मी के दौरान यथासंभव सर ढक कर ही धूप में निकले तथा शरीर में जल की कमी न होने दें। लू लगने पर ठंडे स्थल पर पीड़ित को ले जाएं, उनके कपड़े ढीले करें ओआरएस का घोल दिया जाए यदि सुधार न दिखे तो नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया जाए।
बैठक में अपर समाहर्ता सह अपर जिला दंडाधिकारी राजेश झा राजा, अनुमंडल पदाधिकारी सदर स्पर्श गुप्ता, सहायक समाहर्ता सूर्य प्रताप सिंह, सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार, उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी राजेश कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी आलोक राज, डीआरडीए निदेशक राहुल कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी सत्यम सहायक, श्रम अधीक्षक राकेश रंजन, एवं संबंधित पदाधिकारी गण उपस्थित थे।