मिथिलांचल में खेल के विकास के लिए सकारात्मक कदम जरूरी ….कपिलेश्वर
#MNN@24X7 दरभंगा। हरिहरपुर में चल रहे श्री श्री 108 दुर्गा पूजा पदकंदूक प्रतियोगिता राजा बहादुर विश्वेश्वर सिंह फुटबॉल क्लब दरभंगा ने जीत लिया है। कांटे की टक्कर में बैरिया फुटबॉल क्लब मुजफ्फरपुर को तीन दो से हराया।
विदित हो कि शनिवार को मां जगदम्बा फुटबॉल मैदान में आयोजित फुटबॉल के इस महाकुंभ के आठ दिवसीय टूर्नामेंट में जहां बिहार, बंगाल और नेपाल के अव्वल दर्जे की टीमों ने भाग लिया।
वहीं इस टूर्नामेंट का सिरमौर ताज राजा बहादुर विश्वेश्वर सिंह फुटबॉल क्लब को मिला। सीमित अवधि में दोनो ही टीमों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए एक भी गोल नही किया, रेफरी के आदेशानुसार पेनाल्टी शूट आउट का निर्णय लिया गया जिसमे दरभंगा की टीम ने 3 गोल कर फाइनल मुकाबला अपने नाम किया। इस अवसर पर राज परिवार के युवराज बतौर मुख्यअतिथि कुमार कपिलेश्वर सिंह मौके पर उपस्थित होकर अपने टीम को प्रोत्साहित करने पहुचे।
मैच के समापन पर कुमार कपिलेश्वर सिंह ने कहा कि जहां मिथिलांचल में फुटबॉल की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है वही इस खेल को प्रोत्साहित करने के लिए मैं हर संभव प्रयास करने को तैयार हूं, यहां लोग प्रोत्साहित नहीं कर बल्कि सिर्फ अखबार और पत्रों में वाहवाही लूटना चाहते हैं लेकिन मैं यह विश्वास दिलाता हूं कि मिथिलांचल के हर एक गांव में यह प्रतियोगिता होनी चाहिए जिस खेल की भावनाएं लोगों के दिल तक पहुंचे और एक सुदृढ़ समाज का विकास हो, उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 1 वर्षों में हमारा क्लब जिस रफ्तार से बड़ा है तो मुझे निशंकोच कहना पड़ रहा है कि निश्चित ही एक बड़ी उपलब्धि फुटबॉल के क्षेत्र में बनकर आई है और आगे भी ऐसे ही अनवरत जारी रहेगा। उन्होंने अहवाह्न करते हुए कहा कि मैं अपनी रुचि खेल की ओर समर्पित करता हु । वही मैदान में उपस्थित सभी युवाओ एवं बच्चों को खेल के प्रति जागरूकता फैलाते हुए कहा कि खेल आपको स्वस्थ शरीर औऱ रचनात्मक मस्तिष्क के साथ बेहतर ध्यान लगाकर पढ़ाई करने में भी मदद करेगा, परन्तु खेलकुद को आज के समय में माध्यमिक माना जाता है क्योंकि हर कोई उच्चतम अंक स्कोर करने और प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने में लगा हुआ है। उन्हें ये समझ में नहीं आता कि अध्ययन खेल से बाधा नहीं बनता बल्कि ये उन्हें आशावादी बने रहने और प्रतिस्पर्धी भावना को सकारात्मक बनाए रखने में मदद करता हैं। उन्होंने प्रतियोगिता से जुड़े सदस्यों को सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया साथ ही अपने विजेता टीम के खिलाड़ियों के साथ साथ कोच अमन सिंह एवम् टीम अध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार, टीम मैनेजर संकेत झा को विशेष धन्यवाद दिया। टूर्नामेंट के संस्थापक अध्यक्ष गंगा प्रसाद ने कुमार के विषय में कहा की मैं उनके ध्यान, कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ता ने उन्हें आज प्रतिष्ठित व्यक्ति के रुप में प्रख्यात कर दिया गंगा जी ने कहा की राजपरिवार हमेशा से ही खेलकुद के महत्व को महसूस किया और उसे बहुत गंभीरता से लिया।
प्रतियोगिता के समापन मंच पर आसीन मुख्यअतिथि के रूप में कुमार कपिलेश्वर सिंह के साथ साथ डॉ. शिवनाथ झा, डॉ. हेमपती झा, रंगनाथ ठाकुर एवं पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी देवेंद्र सिंह को पाग, चादर एवम् मोमेंटो से सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का पुरस्कार राजा बहादुर के कुलवीर सिंह, टूर्नामेट के बेहतर खिलाड़ी का पुरस्कार राजा बहादुर के डिफेंडर शानू देव को दिया गया। विजेता टीम को शील्ड के साथ 75000/- रु. तथा उपविजेता को 45000/- रु. नगद इनाम दिया गया।
इस अवसर पर राजपरिवार से अमरकांत झा, आशुतोष दत्त, आशीष झा, सचिन वर्मा, सुजीत झा, सत्यम सिंह, मुकेश झा, अनिल सहनी, संतोष झा सहित प्रतियोगिता से जुड़े अजय कुमार झा (मुखिया), जितेंद्र कुमार झा (पूर्व मुखिया), नारायण झा, अजय झा, अभिषेक कुमार झा (सचिव) सहित आदि कई विशिष्ठ अतिथि उपस्थित थे।