मामले की जांच कर अस्पताल संचालक पर कारबाई हो- सुरेन्द्र प्रसाद सिंह।

परिजनों को मुआवजा मिले- माले।

#MNN@24X7 समस्तीपुर, एक बार फिर निजी अस्पताल की लापरवाही से एक रोगी की जान चली गई। मामला शहर के मोहनपुर स्थित नारायणा अस्पताल का है जहाँ भागरथपुर कल्याणपुर वार्ड-7 निवासी अजय कुमार राम की गर्भवती पत्नी सुमन कुमारी (25) गत रात्रि डेलीवरी के लिए भर्ती हुई। मृतक के पिता रामबालक राम ने बताया कि अस्पताल प्रबंधक ने 20 हजार रूपये जमा करा लिया। फिर रोगी में खुन की कमी बताया। परिजन खुन देने को तैयार थे। इसी बीच रोगी की स्थिति बिगड़ने लगी। अस्पताल में डाक्टर नहीं था। अस्पताल प्रबंधक परिजनों को रोगी से नहीं मिलने देते थे। जब उन्होंने मिलने की कोशिश की तो तू तू, मैं, मैं के बीच अस्पताल के प्रबंधक ने परिजनों को गोली मारने तक की धमकी दिया। एक स्टाफ ने चुपके से बताया कि रोगी मर चुका है, अब पैसा नहीं दीजिएगा। जब तक कुछ लोग जुटते, अस्पताल प्रबंधक ने लाश को ऐंबुलेंस पर लादकर हटाना चाहा। इससे आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल पर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान परिजनों स्थानीय लोगों के सहयोग से समस्तीपुर- मुसरीघरारी मुख्य मार्ग जाम कर दिया। मौके पर मुफस्सिल पुलिस पहुंचकर कारबाई का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया।

भाकपा माले के सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने अस्पताल की लापरवाही से रोगी की मौत मामले की जांच कर कारबाई, मृतक के परिजनों को मुआवजा, सुविधाविहीन निजी अस्पतालों, जांच घर, ऐक्सरे, अल्ट्रासाउंड आदि पर कारबाई करने की मांग जिला प्रशासन समेत सिविल सर्जन से की है अन्यथा आंदोलन का रूख अख्तियार करने की चेतावनी दी है।