फासीवाद के खिलाफ संवैधानिक मूल्यों को बाचाने के लिए छात्र-युवाओं को आगे आना होगा – आइसा/आइवाईए*

#MNN@24X7 दरभंगा 28 सितंबर, इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए)-ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने राष्ट्र नायक शहीद-ए -आजम भगत सिंह की 116 वीं जयंती के मौके पर देशव्यापी कार्यक्रम के तहत निकाला “छात्र-युवा संकल्प मार्च”

इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-नौजवानों का जत्था संगठन के झंडा, बैनर और पोस्टर से लैस होकर जुलूस निकाला इस जुलूस में शहीद-ए -आजम भगत सिंह की क्रांतिकारी विरासत जिंदाबाद, भगत तेरा मिशन अधूरा हम सब मिलकर करेंगे पूरा , शहीदों के सपनों को नीलाम करने वालो खबरदार देश का छात्र – यूवा है तैयार, नफ़रत का कारोबार बंद करो- रोजगार का प्रबंध करो, रोजी दो-रोजगार दो नहीं तो गद्दी छोड़ दो, देश के छात्र-युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बंद करो, मुद्दा मत भटकाओ – रोजगार कहा के ये बतलाओ,रोजगार पर श्वेत पत्र लाना होगा, रेल बैंक व कल-कारखानों को बेचना बन्द करो, देश की संपदा को देशी-विदेशी पूंजीपतियों के हाथों बेचना बंद करो जैसे गगन भेदी नारे लगा रहे थे।

मौके पर सभा को संबोधित करते हुए आइसा के जिला अध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा की शहीदे आजम भगत सिंह देश के युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।भगत सिंह ने पूंजीवाद ओर साम्राज्यवाद को मानव जाति का सबसे बड़ा दुश्मन बताया। वह हर प्रकार के शोषण के खिलाफ थे। भगत सिंह एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना चाहते थे जहा मनुष्य द्वारा मनुष्य का शोषण न हों। उत्पादन के साधनों पर कुछ लोगो का अधिकार न हों। लेकिन आज इसके बिल्कुल उलट हो रहा है।

आगे आइसा नेता प्रिंस ने कहा की जिस भगत सिंह ने समाज को समतामूलक बनाने के लिए लड़ाई लड़ी थी। वर्तमान सरकार उनके सपनों को कुचल रही है। लोकतंत्र और संविधान खतरे में है, इसे बचाने के लिए भगत सिंह को अपना आईकॉन मानने वाले आइसा-इनौस के नेतृत्व में देशभर में संघर्ष चला रहें है।

इस अवसर पर इनौस नेत्री ओणम कुमारी व आइसा नेत्री सबा रौशनी ने कहा की आज हम ऐसे दौड़ में भगत सिंह को याद कर रहे है जब केंद्र की मोदी सरकार के चंद दिन बचे है. देश के छात्र-नौजवानों को नई सरकार चुननी है. इस सदर्भ में सरकार के कार्यकाल का लेखा जोखा जरुरी है. आज लगातार छात्र युवाओं से लेकर संवैधानिक मूल्यों और नागरिक अधिकारों, दलितों,अल्पसंख्यकों,महिलाओं पर सत्ता प्रायोजित हमले किये जा रहे।

वही आइसा नेता मिथिलेश यादव और शम्स तबरेज ने कहा की मोदी सरकार ने युवाओं के साथ रोजगार के सवाल पर छल किया है। दो करोड़ रोजगार देने की बात तो की गयी। परंतु रोजगार देना तो दूर बल्कि करोड़ों रोजगार के अवसर खत्म कर दिये गये। छात्र युवाओं के शिक्षा-रोजगार निगलने वाली मोदी सरकार ने पूरे देश को हिंसा,उन्माद व मोब लिंचिंग को भी बढावा दिया है। मोवलिंचिंग के आरोपियों को मंत्रियों द्वारा माला पहनाने का भी कार्य किया गया। इतना ही नहीं पूरी भाजपा पार्टी समय समय पर खुलेआम बलात्कारियों के संरक्षण में उतरती रही है जिसका ताजा उदाहरण बृजभूषण सिंह प्रकरण से लगाया जा सकता है। और यह सब देश के राजनीतिक इतिहास में पहली बार हुआ है।

वही आइसा नेता संदीप कुमार ने कहा की आज देश के नौजवान सम्मानजनक रोजगार चाहते है बेहतर भविष्य चाहिए जिसके लिए वह रात दिन संघर्ष कर रहे हैं लेकिन इस नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराने के बदले उनके हाथों में भाजपा सरकार तलवार थमा कर उन्हें नफ़रती उन्मादी और दंगाई बना कर एक विशेष धर्म के खिलाफ युद्ध में झोक देने का अभियान चला रही हैं।

इस अवसर पर संतोष कुमार यादव, अनिकेत रंजन, दीपक कुमार,रूपक कुमार, किसून कुमार, राहुल कुमार, राजीव कुमार, दिनेश कुमार सहित दर्जनों लोग शामिल थे।