#MNN@24X7 जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि वोट किसी नेता को नहीं, दल को नहीं, जाति-धर्म को नहीं वोट अपने बच्चों के लिए देना है। अगर अपने बच्चों की चिंता आप नहीं करेंगे तो कोई दल या कोई नेता आपके बच्चों की चिंता क्यों करेगा? जब आपको अपने बच्चों की चिंता ही नहीं है तो कोई आपके बच्चों की चिंता नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि पदयात्रा में जो बच्चे आते हैं उनमें से आधे से ज्यादा बच्चों के शरीर पर कपड़े और पांव में चप्पल नहीं होते। जब बच्चे स्कूल जाते हैं तो वहां पढ़ाई नहीं होती है, वो वहां पिलुआ वाली खिचड़ी खाकर वापस घर आ जाते हैं। आपका लड़का पढ़ लिखकर घर में बेरोजगार बैठा है। दूसरे राज्यों में 10-15 हजार की मजदूरी कर रहा है, लेकिन आपको अपने बच्चों की चिंता नहीं है, आपको उनके भविष्य की चिंता नहीं है। आज आपको चिंता है भारत-पाकिस्तान का, हिंदू-मुसलमान का तो बिहार की स्थिति कभी नहीं सुधर सकती है।