#MNN@24X7 दरभंगा बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा एक दिवसीय दौरे पर दरभंगा पहुंचे। जहां उन्होंने दरभंगा एयरपोर्ट के विकास में हो रही देरी पर केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि जिस एयरपोर्ट को उड़ान योजना के तहत देशभर में सर्वोच्च स्थान मिला हो और जहाँ से बड़ी संख्या यात्री करते हों। उस एयरपोर्ट पर अगर यात्री को बैठने के लिए प्लास्टिक की कुर्सी नसीब हो। इससे बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बातें और क्या हो सकती है। यहां के यात्री पटना से दोगुने किराये पर सफ़र करने को मजबूर हैं।

वही संजय झा ने कहा कि पहले कहते थे बिहार सरकार जमीन नहीं दे रही है। अब जमीन दे दिया तो काम नहीं हो रहे हैं। अभी तक टेंडर नहीं निकाला गया है। मैंने इस सिलसिले में एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात भी की थी और उनसे कहा कि, हमलोग जमीन दे रहे हैं। शीघ्र टेंडर निकलवा दीजिएगा। ताकि लोगों को इसका लाभ जल्द से जल्द मिल सके। बिहार सरकार तो फरवरी में बचे हुए जमीन भी दे दिए हैं। तो फिर देरी किस बात हो रही है। टेंडर निकाल कर काम शुरू होना चाहिए।

बात दें कि, उड़ान योजना के तहत दरभंगा एयरपोर्ट से अब तक 14 लाख यात्री सफर कर चुक हैं और लाखों रुपये की राजस्व वसूली भी हो चुकी है। इसके बावजूद यात्रियों के लिए न टर्मिनल बनाई जा सकी है और न ही एयरपोर्ट पर मिलने वाली बेहतर सुविधा हीं मिल सकी है। वही कुछ दिन पूर्व भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री मो. अली अशरफ फातमी ने दरभंगा एयरपोर्ट को सभी सुविधाओं से लैस करते हुए इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की मांग की थी।