महिलाओं को सांप्रदायिक हिंसा की राजनीति का शिकार और मुहरा बनाया जा रहा है – मीना तिवारी।
#MNN@24X7 दरभंगा, अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) का जिला स्तरीय कार्यकर्ता बैठक भाकपा(माले) जिला कार्यालय में संपन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष साधना शर्मा ने किया तथा संचालन जिला सचिव शनिचरी देवी ने किया।
वही बैठक को संबोधित करते हुए ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार के राज में महिलाओं पर दमन अत्याचार बढ़ा है। महिला हिंसा में काफी वृद्धि हुई है। मोदी सरकार के दमनकारी नीतियों की सर्वाधिक मार महिलाओं पर ही पर रही है। सांप्रदायिक हिंसा के शिकार हो रहें है। जिसका साफ उदाहरण मणिपुर हिंसा है। जहा लंबे दिनों से जारी हिंसा में हमने देखा की किस प्रकार महिलाओं के शरीर का इस्तेमाल कर सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मीना तिवारी ने कहा कि दमनकारी मोदी सरकार के खिलाफ महिलाओं को आवाज बुलंद करना होगा।उन्होंने कहा कि बिहार में आशा कर्मियों ने ऐतिहासिक आंदोलन बिहार सरकार को झुका कर अपना मांग मनवाया है। जिसमे ऐपवा ने मजबूती से आंदोलन का समर्थन किया था। और अब रसोइया व अन्य स्कीम वर्कर के आंदोलन में सहभागिता और एकजुटता प्रदर्शित करती है।
उन्होंने कहा की एपवा का 9 वां राष्ट्रीय सम्मेलन 30 सितंबर से 1 अक्टूबर तक दिल्ली में आयोजित है। इसे सफल बनाने की अपील की।
इस अवसर पर पार्टी जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने भाजपा का शासन अब तक में सबसे खराब शासन है। महिलाओं के साथ साथ दलित गरीबों पर भी हिंसा तेज हुआ है। जिसके खिलाफ लगातार आंदोलन भी तेज हुआ है। उन्होंने महिलाओं से आवाहन किया की गांव-गांव में महिलाओं के बीच जाकर अभियान चलाकर 2024में सत्ता से उखाड़ फेंकने का संकल्प लेना चाहिएं।
बैठक से 20 अगस्त से 5 सितंबर तक गांव मुंहल्ला सदस्यता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर रानी सिंह, अनुपम कुमारी, जिला परिषद सदस्य सुमिंत्रा देवी, रानी शर्मा, बसंती देवी, सुनीता देवी, रीना देवी, मधु सिन्हा सहित दर्जनों लोग शामिल थे।