मधुबनी लिट्रेचर फ़ेस्टिवल के तत्वावधान में सोमदिनकी संध्या के आयोजित मैथिली भाषा कवि सम्मेलन अपन लगभग साठि साल पुरान गौरवशाली इतिहास के दोहरेल’क अछि. तखन एक सं बढ़ि कऽ एक चालीस टा लब्ध प्रतिष्ठ कवि सबहक एहि हाॅल में जुटान भेल छल , जाहिमे पहिल बेर महिला कवयित्री सेहो सहभागी बनल छलीह, ओ छली श्रीमती नृत्यवती देवी आ दोसर कवि डा भीमनाथ झा, जिनका ओहि समय पहिल बेर मैथिली कवि मंच भेटल छलैन. संयोग एहन जे वैह डा भीमनाथ झा आजुक एहि कवि सम्मेलन के अध्यक्षता क’ रहल छलाह. ओहि समय के मोन पारि ओ रोमांचित भ’ उठलाह। डा भीमनाथ झा कहलनि जे , बस काल चक्र’हिं त’ बदलल अछि, आजुक 13 दिसम्बर 2021 आ ओ समय छल 13 जनवरी 1963.
चश्मदीद गवाह के रुप में एखनहुं ओनहियें विद्यमान अछि ई दरबार हॉल , मानू आँखि’क देखल ओहि क्षण के इशारा इशारा में गवाही द’ रहल हो. डा भीमनाथ झा कहलन्हि जे चीन के प्रति आम जनमानस में व्याप्त आक्रोश , ओहि कवि सम्मेलन में साफ साफ नज़रि आओल छल । 1962 के लड़ाई केर मद्देनज़र, मंच पर बस वीर रस टा के कविता पढ़बाक अनुमति सब कवि सबकेँ प्रदान कैल गेल छलन्हि.
मुख्य कवि स्व सीताराम झा, स्व किसुन जी, स्व मायानंद मिश्र , स्व काँची नाथ झा किरण, स्व चन्द्रनाथ मिश्र अमर. सम्पादक के रुप में अमर जी सबटा कविता सबहक संकलन , विजयशंख नाम’क पुस्तक में कएने छलाह।ओहि कवि सम्मेलन में तत्कालीन संचार मंत्री स्व सत्य नारायण सिह, तत्कालीन मुख्य मंत्री स्व विनोदा नन्द झा के संग स्व पं हरिनाथ मिश्र जी सेहो उपस्थित छलाह.
आजुक एहि कवि सम्मेलन में दस टा कवि भाग लेलनि जखन कि सःग द’ रहल छलीह एक मात्र कवयित्री । दरबार हॉल में उपस्थित श्रोता गण मोन सं कवि सम्मेलन के आनन्द उठेलथि.
डा भीमनाथ झा केर अध्यक्षता आ प्रो अशोक कुमार मेहता केर संचालन में आयोजित कवि सम्मेलन में आमंत्रित कवि सबमें उदय चन्द्र झा विनोद, फूलचन्द्र झा प्रवीण, रानी झा, डा चन्द्रमणि, मणि कांत झा (मनपूरण भाय), डा प्रीतम निषाद, डा अमलेन्दु शेखर पाठक, कृष्ण मोहन झा, मणि कांत झा(मणि आमारुपी) उपस्थित छलाह.
14 Dec 2021