11 सदस्यीये नवनिर्वाचित प्रखण्ड कमिटी के सचिव मनोज कुमार सिंह एवं अध्यक्ष ब्रहमदेव प्रसाद सिंह चुने गये।

खेती- किसानी की भूमि पर नगर परिषद द्वारा टैक्स निर्धारण के खिलाफ किसान करेंगे आंदोलन।

वयोवृद्ध किसान बासुदेव राय द्वारा झंडोत्तोलन से सम्मेलन की कारबाई शुरू।

किसान आंदोलन के शहीदों को किसानों ने मौन श्रद्धांजलि दिया।

#MNN@24X7 ताजपुर/समस्तीपुर, 24 सितंबर, वयोवृद्ध किसान बासुदेव राय द्वारा झंडोत्तोलन के बाद किसान आंदोलन में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही नगर परिषद क्षेत्र के मोतीपुर बंगली वार्ड- 27 के का० दशरथ सिंह सभागार में अखिल भारतीय किसान महासभा का दूसरा प्रखण्ड सम्मेलन शुरू किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता ललन दास, मनोज कुमार सिंह एवं मो० अफरोज की तीन सदस्यीय अध्यक्षमंडली ने की।

सम्मेलन को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित करते हुए किसान महासभा के जिला सचिव ललन कुमार ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा कर सत्ता में आई मोदी सरकार के किसान विरोधी नीति के कारण किसान परेशान हैं। बार- बार मांग करने पर भी फसलों पर एमएसपी लागू नहीं किया गया। कभी अतिवृष्टि, कभी अनावृष्टि में फसल बर्बाद के बाबजूद यदि फसल हो जाती है तो खरीददार नहीं मिलता। फसल क्षति मुआवजा भी देने में आनाकानी किया जाता है। खाद- खल्ली, कृषि यंत्र की बढ़ती कीमत किसानों के परेशानी को और भी बढ़ा देती है। नकली, खाद- बीज, खल्ली धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। किसानों के योजनाओं में किसानों की हकमारी हो रही है। सब्जी उत्पादक किसान हो या दुध उत्पादक किसान इनकी स्थिति सुधरने के बजाय बिगड़ती जा रही है। लम्पी बीमारी से दुधारू पशु मर रहे हैं। इस क्षेत्र में पूरी खेती सिंचाई पर निर्भर है जबकि न तो खेत तक बिजली पहुंचाई जा रही है और न ही सब्जी रखने वाला कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था है। सत्ता सरकार से लेकर एमपी, एमएलए तक को किसानों की समस्या से कोई लेना- देना नहीं है। इसके खिलाफ किसानों को एकताबद्ध होकर निर्णायक संघर्ष का शंखनाद करना होगा।

सम्मेलन को महिला संगठन ऐपवा के जिला अध्यक्ष बंदना सिंह, माले जिला कमिटी सदस्यीय सह ऐक्टू के जिला प्रभारी जयंत कुमार, भाकपा माले प्रखण्ड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह आदि ने संबोधित किया।

जिला सचिव सह सम्मेलन के पर्यवेक्षक ललन कुमार की देखरेख में सांगठनिक सत्र की शुरूआत हुई। प्रतिनिधियों के बीच प्रस्तावित दस्तावेज का वितरण के बाद विदाई कमिटी के प्रखण्ड अध्यक्ष ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने दस्तावेज का पाठ किया। दस्तावेज पर बहस में राजदेव प्रसाद सिंह, महेश सिंह, श्यामचंद्र दास, रायबहादुर साह, नीति राय, दिनेश प्रसाद सिंह, अरविंद सिंह, ब्रहमदेव सिंह, मोतीलाल सिंह समेत दर्जनभर किसानों ने भाग लिया। छूटे किसान समस्या एवं आंदोलन को दस्तावेज में जोड़ने के प्रस्ताव को स्वीकार करने के साथ ही उपस्थित किसानों ने दस्तावेज को पारित कर दिया।

विदाई कमिटी ने नये सत्र के लिए 11 सदस्यीय नई कमिटी का प्रस्तावित दिया जिसे ध्वनिमत से स्वीकार कर दिया गया। नये सदस्यों ने एक बार फिर ब्रहमदेव प्रसाद सिंह को अभाकिम का प्रखण्ड अध्यक्ष एवं मनोज कुमार सिंह को प्रखण्ड सचिव चुनाचुना गया। संजीव राय को उपाध्यक्ष, ललन दास को सह सचिव समेत मुंशीलाल राय, मो० अफरोज, रवींद्र प्रसाद सिंह, लक्षमण सिंह, राजदेव प्रसाद सिंह, अनील सिंह, बिपिन कुमार सिंह को प्रखण्ड कमिटी सदस्य चुना गया।

कार्यक्रम में जन संस्कृति मंच के गायन टीम के मनोज कुमार सिंह द्वारा क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किया गया। कम्युनिस्ट इंटरनेशनल हम होंगे कामयाब के साथ सम्मेलन की समाप्ति की घोषणा की गई।