#MNN@24X7 दरभंगा, अक्टूबर, सरकार के विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करने हेतु दरभंगा जिला अन्तर्गत कुशेश्वरस्थान प्रखण्ड के पंचायत भवन, हरौली में उप विकास आयुक्त-सह-प्रभारी जिलाधिकारी श्रीमती प्रतिभा रानी की अध्यक्षता में जन-संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रभारी जिलाधिकारी द्वारा जन-संवाद कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर पंचायत के मुखिया राजीव कुमार झा, प्रखण्ड प्रमुख हीरा प्रसाद सिंह, सरपंच सिकन्दर पासवान, मुखिया संघ के अध्यक्ष विमल चन्द्र झा ने दीप प्रज्जवलन में सहयोग प्रदान किया।
जन-संवाद कार्यक्रम का संचालन करते हुए उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता ने विगत वर्षों में सरकार द्वारा सड़क, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं भावी पीढ़ी के लिए जल-जीवन-हरियाली अभियान चलाये जाने से संबंधित एवं सरकार के विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं यथा – सात निश्चय पार्ट-1/2, बिहार लोक सेवा का अधिकार अधिनियम, बिहार स्टार्ट-अप योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना, संबल योजना, श्रमिकों के लिए बिहार भवन एवं अन्न सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड, बिहार प्रवासी मजदूर दुर्घटना योजना, शताब्दी योजना, मुख्यमंत्री साईकिल योजना, छात्रवृत्ति योजना, मुख्यमंत्री पोशाक योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, बिहार ओद्यौगिक प्रोत्साहन (वस्त्र एवं चर्म) निति, मद्य निषेध अभियान, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन अभियान के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. सुधेन्दु ने पशुपालन के लिए सरकार द्वारा दी जा रही सहायता राशि एवं विभिन्न योजनाओं से लोगों को अवगत कराते हुए बताया कि बकरी पालन ग्रामीण क्षेत्र में बहुत ही लाभकारी है और इसके लिए सरकार ऋण एवं अनुदान उपलब्ध करा रही है।
कहा कि 20 बकरी पर 01 बकरा रखकर आसानी से 1,800 वर्गफीट में बकरी पालन का कार्य किया जा सकता है, यदि 100 बकरी पालन करना है, तो 9,000 वर्गफीट जमीन एवं 05 बकरा रखना होगा।
उन्होंने कहा कि गौ-पालन के लिए भी गव्य विकास के माध्यम से अनुदान दिया जाता है। साथ ही विभिन्न पशु बीमारी के लिए टीकाकरण का कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
इसके साथ ही मुर्गी पालन का कार्य भी लाभदायक सिद्ध हो रहा है। मुर्गी पालन के लिए भी सरकार विभिन्न प्रकार से सहायता प्रदान करती है। विशेष जानकारी के लिए क्षेत्रीय पशुपालन कार्यालय या लक्ष्मीसागर अवस्थित जिला पशुपालन कार्यालय से सम्पर्क किया जा सकता है।
सहायक निदेशक (सामाजिक सुरक्षा) सुश्री नेहा कुमारी ने समाज कल्याण विभाग के विभिन्न पेंशन योजना, अन्तर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना, संबल योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता होने एवं रोजगार व शिक्षा के लिए 03 किलोमीटर की दूरी तय करने वालों को दिव्यांगजनों को बैट्री चालित ट्राई साईकिल दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हिन्दु धर्म के युवक/युवतियों को अन्तर्जातीय विवाह के लिए प्रोत्साहित करने हेतु अन्तर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत 01 लाख रूपये का एफ.डी. वधु के नाम से दिया जा रहा है, लेकिन इसके लिए शादी के दो वर्षों के अन्दर आवेदन करना जरूरी है।
उन्होंने बताया कि आवेदन ऑनलाईन किया जा सकता है या जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग में दिया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि बुनियाद केन्द्र में 50 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों का आँख, कान की जाँच की जाती है और फिजियोथेरेपी के माध्यम से दिव्यांगता की ओर बढ़ने वाली बीमारी का ईलाज किया जाता है।
डी.पी.एम. (स्वास्थ्य) ने मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष योजना, जननी बाल सुरक्षा योजना, पूर्ण टीकाकरण योजना, ओ.पी.डी. में 108 प्रकार की दवाओं की उपलब्धता, परिवार कल्याण योजना, कुष्ठ रोग कल्याण योजना एवं स्वास्थ्य विभाग की अन्य कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि जिन बच्चों के हृदय में छेद है, उसके पूर्ण ईलाज के लिए बिहार सरकार खर्च उठाती है। वैसे बच्चों को आहमदाबाद के विशेष अस्पताल में सर्जरी कराकर पूर्णतः ठीक कराया जा रहा है। यदि ऐसे बच्चें इस क्षेत्र में हैं, तो वे सिविल सर्जन कार्यालय से सम्पर्क कर सकते हैं।
इस अवसर पर सामाजिक सुरक्षा के दिव्यांग लाभुक उमेश चौपाल एवं विभिन्न पेंशन योजना के लाभुकों ने अपने अनुभव साझा किये।
जन-संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रभारी जिलाधिकारी ने सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि जन-संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य है कि आपको सरकार की योजनाओं की जानकारी मिल सके एवं आप उसका लाभ उठा सके। सरकार आपके विकास के लिए सतत प्रयत्नशील है, सड़क, बिजली, शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम हुए हैं।
उन्होंने कहा कि विभिन्न पदाधिकारियों ने अपने-अपने विभाग की योजनाओं से आपको अवगत कराया है, इसका लाभ उठावें।
उन्होंन कहा कि लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान पार्ट – 1 के तहत गाँवों को खुले में शौच से मुक्त किया गया एवं पार्ट – 2 के तहत स्वच्छ गाँव, समृद्ध गाँव एवं स्वस्थ्य गाँव के अन्तर्गत गाँवों को कचरा मुक्त करने का अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी परिवारों को हरा एवं नीला डस्टबीन, सुखा और गीला कचरा को अलग-अलग रखने के लिए दिया गया है। साथ की कचरे को संग्रहित कर अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई पर लाकर उसे वैज्ञानिक तरीके से निष्पादित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अपने गाँव को कचरा मुक्त रखने से विभिन्न बीमारियों से बचाव होता है। साथ ही कचरा के सरने से उसमें से दुर्गध आती है और जहरीली गैस निकलती है, जो हमारी स्वास्थ्य के लिए घातक है, इसलिए इसमें जनभागीदारी आवश्यक है। हम सभी को मिलकर अपने गाँव को साफ एवं स्वच्छ रखना होगा।
उन्होंने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान के अन्तर्गत पूरे कुँआ, तालाब का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। सभी चापाकल और कुँआ के समीप सोख्ता का निर्माण कराया जा रहा है। छत वर्षा जल संचयन स्थापित किया जा रहा है, ताकि भू-जल स्तर बना रहे। इसके साथ ही स्वच्छ वायु सभी को मिल सके, इसके लिए बड़ी संख्या में वृक्षारोपण कराया जा रहा है। आप भी वृक्षोरोपण करें, अपने आस-पास साफ-सफाई रखे, ताकि अनावश्यक बीमारी के दौरान होने वाले खर्च एवं समय की क्षति से बचाव हो सके।
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम स्थल पर निर्मित सामुदायिक शौचालय का उद्घाटन फीता काटकर प्रभारी जिलाधिकारी के आदेश पर पंचायत के मुखिया जी ने किया।
06 Oct 2023