#MNN@24X7 दरभंगा, कृषि विज्ञान केंद्र दरभंगा में कृत्रिम तरीके से अंडे से चूजे निकालने की मशीन का परिचालन किया गया। छोटे किसानों के लिए मुर्गीपालन,बतख पालन और बटेरपालन आय का एक अच्छा माध्यम है, परंतु इन सबके पालन के दौरान छोटे किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या आती है, इन सबके चूजों की जिसे किसानों को बाहर से मंगाना पड़ता है, जो कि काफी महंगा पड़ता है।
इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए कृषि विज्ञान केंद्र, दरभंगा ने अंडे से चूजा निकालने की मशीन को निक्रा परियोजना के अंतर्गत केंद्र मे स्थापित किया है। जोकि छोटे कुकुट पलकों के लिए मदद का जरिया साबित होगाI मदद की पहली शुरुआत दिनांक 4 मई 2023 को केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ दिव्यांशु शेखर के मार्गदर्शन एव मत्स्य वैज्ञानिक डॉक्टर जगपाल के सहयोग से आरंभ किया गया।
प्रखंड के प्रगतिशील किसान सुधीर कुमार से निषेचित अंडों को इकट्ठा करके मशीन का परिचालन किया गया। जिसमें पहली बार कड़कनाथ और सोनाली के अंडों को मशीन में लगाया गया। इंक्यूबेशन के दौरान हैचिंग के लिए सारे पैरामीटर को बनाकर रखा गया। 18 दिन इंक्यूबेशन के बाद अंडों को हैचिंग के लिए रखा गया जिनमें से लगभग 80% अंडे से चूजे निकले अंडों से निकली हुई सारे चूजे स्वस्थ हैं। अंडे से निकले हुए सारे चुजों को 24 घंटे तक के विशेषज्ञों की देखरेख में रखने के बाद अस्वस्थ होने पर किया चूजे अब स्वस्थ हैं उन्हें प्रगतिशील किसान सुधीर कुमार को दे दिया गया ताकि वह इन चीजों का अच्छे तरीके से देखरेख करें और इनकी वंश वृद्धि हो सके। मत्स्य वैज्ञानिक का कहना है की वह इसे और भी वृहद पैमाने पर करने का प्रयत्न करेंगे ताकि जिले के सभी किसानों को इस तकनीक से लाभ मिल सके।