#MNN@24X7 कृषि विज्ञान केंद्र, जाले, दरभंगा के द्वारा भारत सरकार संपोषित अनुसूचित जाति उप योजना अंतर्गत अनुसूचित जाति के किसानों को मुर्गी का चूजा (प्रजाति वनराजा), मधुमक्खी का बक्सा और अनाज भंडारण के लिए कोठी अथवा राष्ट्रीय जलवायु संमुथान कृषि में नवप्रवर्तन अंतर्गत मुर्गी का चूजा (प्रजाति वनराजा) वितरण किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दरभंगा के आत्मा कार्यक्रम निदेशक श्री पूर्णेन्दु नाथ झा थे।कार्यक्रम मे संबोधन के दौरान उन्होंने बताया की अनुसूचित जाति उपयोजना भारत सरकार की एक ऐसी योजना है जिसके तहत समाज क्यों वैसे लोगों का उत्थान करना है जो अक्षर सामाजिक मूल्य धाराओं से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने आए हुए सभी कृषकों को कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र से निरंतर जुड़े रहे अथवा केंद्र के विशेषज्ञों द्वारा दी गई मार्गदर्शन पर कार्य करते रहें निश्चित ही दैनिक जीवन में बदलाव आएगा।
केंद्र के अध्यक्ष सह वरीय वैज्ञानिक डॉ दिव्यांशु शेखर ने बताया की राष्ट्रीय जलवायु संमुथान कृषि में नवप्रवर्तन एवं अनुसूचित जाति उप योजना भारत सरकार द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से चलाया जा रहा है जिसका उद्देश्य फसल की बुवाई से लेकर फसल के उपभोग तक की विभिन्न चरणों में विकास की धारा से वंचित किसानों को तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने के साथ-साथ उन्हें विभिन्न उपयोगी संसाधन उपलब्ध कराना है जिससे उनके सामाजिक आर्थिक स्थिति में गुणोत्तर विकास हो सके।
इस कार्यक्रम अंतर्गत अनुसूचित जाति के किसानों को उपादान प्रदान करने के साथ-साथ प्रशिक्षण, प्रत्यक्षण एवं सलाह उपलब्ध कराया जाता है जो पूर्णता निशुल्क होता है। इस स्कीम का मुख्य उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली अनुसूचित जातियों को महत्वपूर्ण संसाधन और निवेश प्रदान करके इनका आर्थिक विकास करना है।उन्होंने बताया की अनुसूचित जाति के विकास के लिए कई परिवारोन्मुखी आय सृजक योजनाएं सरकार के द्वारा चलाई जा रही हैं जैसे कृषि, बागवानी, पशुपालन, ग्रामीण, लघु उद्योग, मत्स्य पालन संबंधित आदि।
योजना के अन्वेषक डॉ गौतम कुणाल ने बताया की आज के इस कार्यक्रम के दौरान 2 योजनाओं के अंतर्गत उपादान का वितरण किया गया। राष्ट्रीय जलवायु संमुथान कृषि में नवप्रवर्तन योजना, चंदौना, मुरैठा और जोगीयारा ग्राम में चलाया जा रहा है। इस योजना के तहत आज चंदौना ग्राम के मोहन मिश्रा, चंदन कुमा, मृत्युंजय ठाकुर और जोगियारा के रूपेश कुमार समेत अन्य कृषकों को स्वरोजगार हेतु मुर्गी का चुजा (प्रजाति वनराजा) दिया गया। वहीं अनुसूचित जाति उप योजना अंतर्गत ग्राम ततैला के कुल 20 कृषकों को अनाज भंडारण हेतु कोठी, 12 मधुमक्खी का बक्सा एवं बेलवारा ग्राम के 5 अनुसूचित जाति के लोगों को मुर्गी का चूजा और ग्रबर वीडर दिया गया। लाभार्थी रागिनी देवी रिंकू देवी शंकर राम, कन्हैया पासवान आदि सभी लाभार्थियों ने केंद्र के इस बहुउद्देशीय कार्यको सराहा है। साथ ही उन लोगों ने यह निश्चय किया कि केंद्र के द्वारा बताई गई सभी तकनीकों अथवा निर्देशों का पालन कर अपने ग्राम को आर्थिक एवं समाजिक रूप सुदृढ़ बनाएंगे साथ ही अन्य ग्रामीणों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगे।