संविधान की प्रस्तावना का हुआ सामूहिक पाठ।
#MNN@24X7 दरभंगा, 74वें गणतंत्र दिवस के सुअवसर पर आइसा के तत्वावधान में ‘संविधान बचाओ–लोकतंत्र बचाओ’ मार्च तथा संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक पाठ का आयोजन किया गया।
भारतीय गणतंत्र को समर्पित आइसा के इस मार्च की शुरुआत दिलावरपुर, दोनार स्थित बाबासाहेब आंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण से हुई। तत्पश्चात ‘नफरत–विभाजन की राजनीति मुर्दाबाद’, ‘फासीवाद मिटाओ–लोकतंत्र बचाओ, शहीदों के सपनों का भारत बनाओ’ आदि नारों के साथ मार्च दोनार चौक से निकलकर नाका 5 स्थित चौक पर पहुंचते ही वृहद जनसमूह में तब्दील हो गया।
मौके पर जन संस्कृति मंच के राज्य उपाध्यक्ष डॉ. रामबाबू आर्य ने जनसमूह के साथ संविधान की प्रस्तावना का सस्वर पाठ किया।
जनसमूह को संबोधित करते हुए आइसा, जिला सचिव मयंक कुमार ने कहा कि आज हमारा गणतंत्र लहूलुहान हो चुका है। केंद्र सरकार संवैधानिक मूल्यों को लगातार कुचल रही है। देश के प्रधानमंत्री रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य के मुद्दे को छोड़ कर धार्मिक उन्माद को बढ़ाने में अपनी ऊर्जा खपा रहे हैं। बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। आज गणतंत्र की रक्षा की जिम्मेदारी देश की जनता पर है।
यह समय संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संकल्पित होने का है। संविधान विरोधी, सामाजिक न्याय विरोधी भाजपा सरकार को सत्ता व समाज से अपदस्थ करके ही हम अपने लोकतंत्र को बचा सकते हैं।
मार्च में जिलाध्यक्ष शम्स तबरेज, प्रिंस राज, तौहीद, विपिन यादव, ओमप्रकाश जी, जय नारायन यादव, नीतीश कुमार, इंद्रजीत यादव, प्रमोद कुमार, गोलू ठाकुर, मिथलेश यादव, रंजन कुमार, कमलेश कुमार, एहसान नवाज, राहुल पासवान, सुभाष कुमार, दीपक पासवान, किशुन कुमार, समीर सहित बड़ी संख्या में छात्रों–नौजवानों की सहभागिता रही।