#MNN@24X7 हसनपुर, अखिल भारतीय किसान महासभा हसन पुर प्रखंड का प्रथम प्रखंड सम्मेलन आज सभैपूरा पन्चायत स्थित सेवा निवृत्त शिक्षक राम लखन यादव के आवास परिसर में सुरेश प्रसाद यादव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई ।
सम्मेलन का विधिवत उदघाटन करते हुए जिलाध्यक्ष महावीर पोद्दार ने कहा कि गुलाम भारत से लेकर आजाद भारत तक किसानों के आन्दोलन का गौरवशाली इतिहास रहा है। उस कुर्बानी और शहादत की इतिहास को केंद्र की मोदी सरकार बदलना चाहती है जिसे किसान महासभा बेनकाब कर देगी।
उन्होंने कहा कि आजादी के 76 बर्ष बीतने के बाद भी किसानों को अपना अपने फसलों का रेट तय करने का अधिकार नहीं मिला है जबकि पून्जीपति यो को यह अधिकार प्राप्त है। उन्होंने जोर देकर कहा कि गन्ना, दूध, सब्जी और पान उत्पादक किसानों को स्वयं रेट तय करने का अधिकार मिलना चाहिए। केंद्र की मोदी सरकार तीन काला कॄषि कानून वापसी के समय आन्दोलित किसानों से वादा किया था कि सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की कानून बनाई जाएगी किन्तु बर्षों बीतने के बाद भी कानून नहीं बनाई गई।
उन्होंने कहा कि हसन पुर प्रखंड के इलाके में चीनी मील प्रबन्धन के द्वारा गन्ना उत्पादक किसानों का चौतरफा शोषण किया जा रहा है। स समय किसानों का भुगतान, बढती महंगाई और बढती लागत के अनुरूप गन्ना के रेट में बढोतरी करने, समय पर सभी किसानों को गन्ना कटाई का पूर्जी (रसीद) उपलब्ध कराने सहित अन्य मान्गो को लेकर 02 नवम्बर 2023 को हसन पुर बाजार में गन्ना उत्पादक किसानों की एक बङी बैठक आयोजित की जायेगी।
प्रखंड सम्मेलन में 15 सदस्यीय नई प्रखंड कमिटी का गठन किया गया है जिसके अध्यक्ष रामाकान्त प्रसाद, प्रखंड सचिव सरोज कुमार उर्फ सत्यम कुमार यादव, उपाध्यक्ष सुरेश प्रसाद यादव, नारायण महतो, सह सचिव मो सद्दाम, एवं राम शरण यादव एवं प्रखंड कमिटी सदस्य महावीर पासवान, राजेन्द्र यादव, राम दरेश महतो, यदुनन्दन पासवान,श्रवण यादव, बुधन यादव, राजेश यादव, शौखी चन्द्र महतो एवं राजा यादव चुने गए।
सम्मेलन का समापन करते हुए लक्ष्मी साह ने कहा कि किसान सरकारी उपेक्षा का दन्श झेल रहा है जिसे सन्गठित जनसन्घर्षो निदान किया जायेगा।