•प्रभावित प्रखंड’क 500 आशा सबहक प्रशिक्षण प्रारंभ।
•कालाजार मरीज के भेटैत अछि 7100 सौ रुपया केर प्रोत्साहन राशि।

मधुबनी,6 दिसंबर ।जिला में कालाजार रोगी सबहक खोज अभियान के ल’के कलुआही सीएचसी में आशा केर प्रशिक्षण देल गेल। कालाजार उन्मूलन अभियान’क अंतर्गत संबंधित प्रखंड के आशा कार्यकर्ता कालाजार मरीज सबकें खोज करतथि। जाहि सं की लक्षण आ पहचान’क आधार पर मरीज सबकेँ आसानी सं चिन्हित कैल जा जाय। कार्यक्रम’क सफल संचालन के लेल जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विनोद कुमार झा सबटा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीसीएम आ प्राथमिक स्वास्थ्य प्रबंधक के आवश्यक दिशा निर्देश देलथि। डॉ. झा कहलन्हि जे कालाजार प्रभावित गांव सब में कालाजार रोगी के पहचान कैल जएबाक अछि। एकरा लेल जिला के 500 आशा सबकेँ प्रशिक्षण शुरू कैल गेल अछि है। प्रशिक्षण 6 सं 13 दिसंबर तक चलैत रहत। प्रशिक्षण’क बाद आशा अपन क्षेत्र में देल गेल समयावधि में सबटा घर सबमें कालाजार के संदिग्ध मरीज सबहक खोज करती आ प्रतिदिन के रिपोर्ट अपन आशा फैसिलिटेटर के देथिन। ओतहि केटीस आ केबीसी संदिग्ध कालाजार रोगी सबहक सत्यापन क’ ओकर जांच के सुनिश्चित करेतथि। आशा फैसिलिटेटर आशा के द्वारा केल जा रहल काज सब पर नजरि रखती। प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक घरे-घर कालाजार खोज कार्यक्रम के निगरानी आ अपन प्रखंड’क कालाजार तकनीकी पर्यवेक्षक आ जिला सामुदायिक उत्प्रेरक के ब्यौरा उपलब्ध करेतथि। आशा, कालाजार’क लक्षण बला मरीज सबकेँ पीएचसी रेफर करतीह।जतय डॉक्टर मरीज सबहक जांच करताह।ओकर बाद आर के 39 सं जांच कैल जाएत अछि। ई सबटा कार्यवाही सबमें केयर इंडिया सेहो सहयोग करत।

कालाजार मरीज सबकेँ भेंटैत अछि प्रोत्साहन राशि:

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा कहलनि जे कालाजार मरीज सबकेँ इलाज’क बाद राशि देल जाइत अछि। जकरा अंतर्गत मुख्यमंत्री कालाजार राहत योजना के अंतर्गत कालाजार मरीज सबकेँ इलाज’क बाद 6600 रुपया आ भारत सरकार के दिस सं 500 रु केर राशि देबाक प्रावधान अछि। जखन कि पीकेडीएल के मरीज सबकेँ इलाज’क बाद एकमुश्त
4000 के राशि देल जाएत अछि।

कालाजार उन्मूलन केर लेल भारत सरकार के मानक प्राप्त :

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार नीरज कुमार सिंह कहलन्हि जे जिला मे लगातार छिड़काव क कारणेँ कालाजार उन्मूलन के लेल भारत सरकार’क जे मानक अछि ओकरा प्राप्त कैल जा चुकल अछि। मरीज सबहक संख्या शून्य करबाक लेल लगातारे प्रयास कैल जा रहल अछि। जिला में वर्ष 2009 मे 730 मरीज, 2010 मे 630, वर्ष 2011 मे 538, वर्ष 2012 मे 415, वर्ष 2013 मे 321, वर्ष 2014 मे 256, वर्ष 2015 मे 187, मरीज 2016 मे 108, मरीज, 2017 मे 85 मरीज, 2018 मे 50, 2019 मे 31,और 2020 मे 28, ओतहि वर्ष 2021 में सितंबर तक 16टा मरीज भेटल अछि।

केना होयत कालाजार रोगी सबहक पहचान:

ओहेन मरीज कालाजार’क रोगी भ’ सकैत छथि जिनका
•15 दिन सं बेसी दिन बोखार हो
•जिनका भूख नहि लागैत हो, पेट पैघ भ रहल हो।
•जिनकर वजन लगातारे कम भ’ रहल हो।
•शरीर कारी भ रहल हो
•ओहेन व्यक्ति जिनका बोखार नहि हो मुदा हुनकर शरीर पर दाग हो आ पूर्व मे कालाजार’क रोगी रहि चुकल होइथ।

प्रशिक्षण में कलुआही एमओआईसी, केयर इंडिया डी पी ओ धीरज कुमार सिंह, बीएचआई, केबीसी, भीबीडीसी, लैब टेक्नीशियन आ आशा कार्यकर्ता उपस्थित छलैथ।