वाराणसी। विश्व विख्यात आध्यात्मिक नगरी काशी का काशी विश्वनाथ मंदिर अब पूरी तरह से स्वर्णमयी स्वरूप में दिखने लगा है।काशी विश्वनाथ धाम के निर्माण के बाद बाबा के दरबार को भव्य स्वरूप देने का कार्य शुरू हुआ था। मंदिर के गर्भगृह को स्वर्णमंडित करने के बाद बाहरी दीवारों को भी सोने से मढ़ दिया गया है।काशी विश्वनाथ मंदिर में स्वर्ण लगाने का कार्य गुरुवार को पूरा हो गया। लगभग 60 किलो सोने की परत मंदिर के गर्भ गृह और बाहर की दीवारों पर लगाई गई।वहीं चारों दरवाजों के चौखट और पत्थरों पर भी स्वर्ण की परत चढ़ाई गई है।
बाबा भोलेनाथ के धाम में आने वाला हर भक्त बाबा के स्वर्णिम मंदिर की आभा देखकर अभिभूत है। स्वर्णमयी अन्नपूर्णा की नगरी में काशीपुराधिपति का स्वर्णिम दरबार भी सज चुका है।गर्भगृह की दीवारों पर सोना मढ़ने का काम दिल्ली की कंपनी ने पूरा किया है।पहले चरण में यह कार्य मंदिर के गर्भ गृह के अंदर की दीवारों और छत में बने श्रीयंत्र को भी स्वर्ण मंडित किया गया,जोकि फरवरी-मार्च तक पूर्ण कर लिया गया था।इसके बाद द्वितीय चरण का कार्य हुआ,जिसमें मंदिर के बाहरी दीवारों और चौखट पर स्वर्ण मंडन का कार्य शुरू हुआ, जो गुरुवार को पूर्ण कर लिया गया।
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि एक दानदाता ने मंदिर परिसर में स्वर्ण लगाने की इच्छा जताई, जिसकी अनुमति लेकर यह कार्य शुरू कराया गया।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि गर्भगृह के अंदर लगी दीवार के स्वर्ण को छतिग्रस्त होने से बचाने के लिए एक्रेलिक शीट (पारदर्शी प्लास्टिक) की सीट लगाई गई है, ताकि स्वर्ण को छतिग्रस्त होने से बचाया जा सके।
10 Jun 2022
