– जिले के 15 प्रखंड से 30 आशा व 2 आशा फैसिलिटेटर का होगा प्रशिक्षण 
– स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराया जा रहा है प्रशिक्षण
– मॉड्यूल 5, 6, एवं 7 के चौथे चरण का आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा

मधुबनी , 11 अप्रैल । जिले के 15 प्रखंड अस्पताल में आशा कार्यकर्ताओं का छ: दिवसीय प्रशिक्षण शुरू दिया जायगा। प्रथम बैच में जिले के लखनौर व खुटौना प्रखंड अस्पताल के आशा कार्यकर्ताओं का छ: दिवसीय प्रशिक्षण शुरू जयनगर अनुमंडलीय अस्पताल में आवासीय प्रशिक्षण शुरू किया गया. यह प्रशिक्षण जिले के 15 प्रखंड के 30 आशा एवं दो आशा फैसिलिटेटर को दिया जाना है प्रशिक्षण 11 अप्रैल से शुरू होकर 2 जुलाई तक चलेगा । जिसमें आशा एवं आशा फैसिलिटेटर का अलग-अलग बैच बनाकर प्रशिक्षण दिया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर करने के उद्देश्य से आशा कार्यकर्ताओं व फैसिलिटेटर को छः दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण स्वास्थ्य विभाग व केयर की टीम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जा रहा है। बताया लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने समेत स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी अन्य सेवाओं के क्रियान्वयन की विस्तृत जानकारी दी जा रही है।

मॉड्यूल 5, 6, एवं 7 के तीसरे चरण का हो रहा है प्रशिक्षण:

जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ दयाशंकर निधि ने बताया जिले में स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ता को मॉड्यूल 5, 6, एवं 7 के चौथे चरण का छ: दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें आशा कार्यकर्ताओं को लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने समेत स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी अन्य सेवाओं के क्रियान्वयन की विस्तृत जानकारी दी जा रही है। ताकि आशा कार्यकर्ता अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन बेहतर तरीके से कर सकें। साथ ही समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवा का लाभ पहुंचा सकें। लोगों को स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल सके और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलना सुनिश्चित हो सके।

इन प्रखंड के आशा को दिया जायगा प्रशिक्षण:
सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुटौना, लखनौर, मधेपुर, लौकही,पंडौल, बेनीपट्टी, बिस्फी, रहिका, बाबूबरही, हरलाखी, झंझारपुर, बासोपट्टी, घोघरडीहा, जयनगर, लदनिया व राजनगर की आशा व आशा फैसिलिटेटर को प्रशिक्षण दिया जायगा ।

समय से पूर्व जन्मे बच्चे औऱ जन्म के समय कम वजन वाले शिशुओं के मूल्यांकन का प्रशिक्षण;

केयर इंडिया के डीटीएल महेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि प्रशिक्षण बैच वाइज चयनित आशा एवं फैसिलिटेटर को दिया जा रहा। जिन्हें पूर्व में प्रशिक्षण दिया गया है उन्हें सम्मिलित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य यह है,समय से पूर्व जन्मे बच्चे औऱ जन्म के समय कम वजन वाले शिशुओं का कैसे मूल्यांकन किया जाए। साथ ही होने वाले खतरों से कैसे सुरक्षित करना है।शिशुओं की देखभाल संबंधी जानकारियां, माँ को शिशुओं की  देखभाल संबंधित जानकारी व परामर्श , नवजात शिशुओं में रक्त संक्रमण की पहचान एवं जाँच के साथ स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी सभी सेवाओं का आशा कार्यकर्ता को विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराना है। ताकि वह अपने क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करा सके और लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही तमाम स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी मिल सके। उन्होंने बताया कि सभी लाभार्थियों के लिए प्रशिक्षण स्थल पर रहने ,खाना-पीना समेत अन्य सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। ताकि लाभार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो और सभी लोग सुविधाजनक तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें।

प्रशिक्षण प्रथम बैच को ध्रुव कुमार, सुमन कुमार सुधाकर व रजत कुमार झा के द्वारा दिया गया वही दूसरे बैच को कावेरी देवी, अकबर अली शाहीन परवीन के द्वारा दिया गया.