#MNN@24X7 धनबाद। झारखंड के धनबाद में दो अलग-अलग जगहों पर जोरदार आवाज के साथ जमीन फट गई है।कई घरों में दरारें आ गई हैं,जिससे लोगों में डर का माहौल में है।लोग घर से पलायन कर रहे हैं।घटना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने बीसीसीएल, ईसीएल प्रबंधक और सीआईएसएफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। जिला प्रशासन को जांच का आदेश दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पहली घटना धनबाद के कतरास इलाके की है।यहां आकाश किनारी बस्ती में जोरदार आवाज के साथ जमीन फट गई। इसके बाद जमीन में 20 से 25 फीट गहरी खाई बन गई।बताया जा रहा है कि कोयले के अवैध खनन के कारण है ही ऐसी की घटना हो रही है।वहीं दूसरी घटना मुग्मा कापासारा की है।यहां बिहार बंगाल कॉलोनी में जोरदार आवाज के साथ घर जमीन में समा गए।इसमें 100 मीटर के दायरे में 5 फीट गहरी खाई बन गई है।यह घटना महज एक महीने में पांचवीं बार हुई है।इससे यहां रह रहे लोगों में डर हैं।स्थानीय लोगों का कहना है कि ईसीएल कंपनी लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाएं।
स्थानीय निवासी कुंती देवी ने बताया कि अचानक से जोरदार आवाज के जमीन धसने लगी।हम सभी लोग भाग रहे थे और जमीन आवाज के साथ धंसती जा रही थी।कुंती ने कहा कि डर है कि रात में सोते हुए कभी भी घर जमींदोज हो सकता है।
बता दें कि बीसीसीएल ने साल भर पहले आश्वासन दिया था कि सभी लोगों को किसी दूसरी जगह सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया जाएगा।मगर उसके बाद बीसीसीएल के अधिकारी सुध लेने तक नहीं पहुंचे हैं।साथ ही लोगों के घरों को चिह्नित कर उसमें नंबर भी अंकित किया था।
मामले में स्वास्थ्य मंत्री और आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि धनबाद में जमीन धंसने जैसी घटनाएं हो रही हैं। इस घटना के जिम्मेदार कोयला खनन करने वाली कंपनियां हैं। इसमें बीसीसीएल और ईसीएल कंपनी को कोयले की निकासी के बाद उस स्थान को भरना चाहिए।मगर कंपनी यह काम नहीं करती है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन को इस घटना की जांच का आदेश दिया गया है।
(सौ स्वराज सवेरा)