जिलाधिकारी ने किया उद्घाटन।

#MNN@24X7 दरभंगा, 01 नवम्बर, बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा राज्य स्तरीय खादी मेला-सह-उद्यमी बाजार का शुभारंभ आज दरभंगा के लहेरियासराय के पोलो मैदान में हुआ। मेले का उद्घाटन दरभंगा के जिलाधिकारी राजीव रौशन द्वारा किया गया।

उक्त अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि 01 नवम्बर से 10 नवम्बर तक चलने वाले इस मेला में पूरे राज्य की 115 खादी एवं ग्रामोद्योग संस्थानों ने भाग लिया है।

उन्होंने कहा कि साथ ही खादी, हैण्डलूम एवं हैण्डीक्राफ्ट, हस्तशिल्प, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, पी.एम.ई.जी.पी., जीविका समूह एवं दूसरी संस्थाओं द्वारा भी स्टॉल लगाया गया है।

गौरतलब है कि हर काउंटर पर बिहार उत्पादित अलग-अलग हस्त निर्मित एवं आधुनिक उत्पादों की बिक्री की जा रही है, जो उपभोक्ताओं को काफ़ी आकर्षित कर रही है।

इसके साथ ही दीपावली एवं छठ पूजा के शुभ अवसर पर उपभोक्ता खादी मेला में आकर खादी वस्त्रों की बिक्री पर छूट का लाभ उठा सकते हैं। यह मेला प्रतिदिन ग्राहकों के लिए सुबह 10:30 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक खुला रहेगा।
कार्यक्रम में उपस्थित बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि खादी मेला में गोपालगंज, सिवान, मधुबनी, भागलपुर, गया, बांका जिला सहित राज्य के सभी जिलों की खादी एवं ग्रामोद्योग संस्थाओं ने भाग लिया है।

उन्होंने कहा कि मेला में हैण्डलूम एवं हैण्डीक्राफ्ट की 60 संस्थाओं द्वारा बिहार में  उत्पादित अपने उत्कृष्ट सामग्रियों के साथ भाग लिया गया है।

उन्होंने कहा कि इस मेला का मुख्य उद्देश्य खादी वस्त्रों एवं ग्रामोद्योगी उत्पादों का प्रचार-प्रसार तथा उत्पादकों को बाजार उपलब्ध कराना है, ताकि अधिक से अधिक बिक्री हो सके एवं इससे जुड़े कामगारों को प्रोत्साहन मिले।

खादी और ग्रामोद्योग पूरे देश के साथ बिहार में भी करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है। इसके लिए आज हमलोगों को खादी के प्रति संकल्प लेने का दिन है, हमसब मिलकर खादी एवं ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के लिए संकल्प लें, की कम-से-कम खादी का एक वस्त्र हर घर में हो, ताकि राज्य के हजारों बुनकरों एवं युवाओं को रोजगार मिल सके।
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में खादी के प्रचार-प्रसार हेतु मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, भागलपुर, राजगीर, भभुआ एवं बक्सर जिला में खादी, मेला/प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 3.50 करोड़ रुपये की बिक्री हुई।